सालों पुरानी तस्वीर को फ़िलिस्तीन के हालिया संघर्ष से जोड़कर शेयर किया गया
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर इंटरनेट पर साल 2018 से मौजूद है.
बीते दिनों में इज़रायल और फ़िलिस्तीन के बीच चल रहा संघर्ष तेज़ हो गया है. ग़ाज़ा पट्टी पर इज़रायली हमले में अब तक 6 बच्चों सहित 31 फ़िलिस्तीनियों की मौत रिपोर्ट की गई है. जबकि शुक्रवार से अब तक लगभग 600 फ़लस्तीनी रॉकेट और मोर्टार इज़रायल पर दागे जा चुके हैं.
इसी बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें एक मृत हालत में मुस्कुराते हुए दिख रहा है. इस तस्वीर को हालिया इज़रायल और फ़िलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर इंटरनेट पर साल 2018 से मौजूद है, और इसका ग़ाज़ा पट्टी पर जारी इज़रायल और फ़िलिस्तीन के हालिया संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.
क्या राष्ट्रपति भवन में मांसाहारी दावत पर लगा पूर्ण प्रतिबंध? फ़ैक्ट चेक
फ़ेसबुक पर तस्वीर शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन दिया, "शहीद का मुस्कुराता हुआ नूरानी चेहरा अल्लाह मरहूम की मग फिरत फिलिस्तीन के मुसलमानों की हिफाजत फरमा आमीन #Gaza_Palestine #savepalestine #FreePalestine #GazaUnderAttack ."
पोस्ट यहां देखें.
एक अन्य यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "शहीद का मुस्कुराता चेहरा बता रहा है के, फिलिस्तीन कभी गुलाम नही होगा #GazaUnderAttack"
पोस्ट यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां देखें.
बिहार के सियासी घटनाक्रम के बीच वायरल 'नीतीश सबके हैं' पोस्टर दो साल पुराना है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल तस्वीर के साथ किये गए दावे की सत्यता जांचने के लिए इसे रिवर्स इमेज सर्च पर खोजा तो यह तस्वीर हमें 2021 के एक ट्वीट में मिली.
इस ट्वीट में भी कहा गया कि एक फ़िलिस्तीनी शहीद मौत के बाद भी मुस्कुरा रहा है.
जांच के दौरान यह तस्वीर हमें साल 2021 के अलग-अलग महीनों में अपलोड हुई मिली.
हमारी अब तक की जांच से इस बात की पुष्टि हो जाती है कि यह तस्वीर इज़रायल और फ़िलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष की नहीं है बल्कि पुरानी है.
बूम ने अपनी जांच के दौरान यह भी जानने की कोशिश कि कहीं इस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ तो नहीं की गई लेकिन हम स्वतंत्र रूप से ऐसा कोई सोर्स प्राप्त नहीं कर सके.
खोज के दौरान हमें यह तस्वीर जुलाई 2018 के एक ट्वीट में मिली. 27 जुलाई 2018 के इस ट्वीट में मुस्कुराते हुए युवक का संबंध फ़िलिस्तीन से ही बताया गया है. हालांकि, बूम स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं करता. लेकिन यह स्पष्ट है कि इस तस्वीर का हालिया संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.
बहरीन में भगवान गणेश की मूर्ति तोड़ने का पुराना वीडियो केरल से जोड़कर वायरल