बहरीन में भगवान गणेश की मूर्ति तोड़ने का पुराना वीडियो केरल से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो 2020 का है और इसका संबंध बहरीन देश से है. इस घटना को लेकर महिला पर मुक़दमा भी हुआ था.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल है जिसमें एक दुकान के भीतर बुर्क़ा पहने हुई महिला भगवान गणेश की मूर्तियों को उठाकर जमीन पर फेंकती है जिससे वो टूट जाती हैं. वीडियो को केरल का बताकर शेयर किया जा रहा है तथा अधिक से अधिक फॉरवर्ड करने का आह्वान किया जा रहा है.
बूम ने पाया कि वीडियो 2020 का है और इसका संबंध बहरीन देश से है. इस घटना को लेकर महिला पर मुक़दमा भी हुआ था.
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ये वीडियो बूम को आज टिपलाइन पर प्राप्त हुआ जिसके कैप्शन में लिखा था,'केरल के इस विडियो को देखें और इसे जितना हो सके उतना फॉरवर्ड करें .... अगर आप यू आज चुप रहते हैं तो हमें नुकसान होगा ... क्योंकि 6 महीने के बाद इसे आगे बढ़ाने का कोई फायदा नहीं होगा ... उँगलियाँ घुमाएँ और इसे आगे बढ़ाएँ अभी'.
इसके अलावा ये वीडियो इसी दावे से फ़ेसबुक पर भी लम्बे समय से वायरल है जिसे आप यहाँ और यहाँ देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले घटना से सम्बंधित कीवर्ड के सहारे सर्च किया तो कई न्यूज़ रिपोर्ट सामने आयीं. इंडिया टुडे के 16 अगस्त 2022 के एक आर्टिकल के अनुसार,'बहरीन के एक सुपरमार्केट में बुर्क़ा पहने एक महिला द्वारा गणपति की मूर्तियों को फर्श पर फेंकते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. बाद में बहरीन की पुलिस ने महिला के ख़िलाफ़ कार्रवाई की.'
इसके आधार पर आगे और सर्च करने पर हमें 17 अगस्त 2020 की एबीपी लाइव की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिसका शीर्षक था,'बुर्क़ा पहने महिला ने बहरीन में फर्श पर फेंकी भगवान गणेश की मूर्तियां, सरकार ने की कार्रवाई'
आगे हमें बहरीन के आंतरिक अथवा घरेलू मामलों के मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल का इस घटना पर ट्वीट मिला जिसके अनुसार,'राजधानी पुलिस ने 54 वर्षीय एक महिला के ख़िलाफ़ जफेयर में एक दुकान को नुकसान पहुंचाने तथा एक संप्रदाय व उसके पूज्य प्रतीकों का अपमान करने के लिए, कानूनी कदम उठाए हैं'.
एक स्थानीय अरब पोर्टल अलअरबिया न्यूज़ के मुताबिक बहरीन के शासक के सलाहकार और पूर्व विदेश मंत्री शेख खालिद अल-खलीफा ने कहा कि महिला की हरकत अस्वीकार्य है. उन्होंने आगे कहा,"धार्मिक प्रतीकों को तोड़ना बहरीन के लोगों का स्वभाव नहीं है. यह एक अपराध है. यहाँ, सभी धर्म, संप्रदाय और लोग सहअस्तित्व के साथ रहते हैं।"
गौरतलब है की बहरीन में बड़ी संख्या में भारतीय कामगार निवास करते हैं. माना जाता है कि एक आधिकारिक इस्लामिक राष्ट्र होने के बावज़ूद बहरीन एक सर्व धर्म समावेशी देश है.
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