योगी आदित्यनाथ को क्या वाकई मेरठ की एक गली में प्रवेश करने से रोका गया?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ किया गया दावा कहता है 'जनपद मेरठ के बिजौली गांव में एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी एक गली में खाट खड़ी कर जाने से रोक दिया'. सच क्या है?
"जनपद मेरठ के बिजौली गांव में एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी एक गली में खाट खड़ी कर जाने से रोक दिया..." इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. वीडियो में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) एक गली के मुहाने पर खड़े दिखाई देते हैं. उनके सामने एक खाट और रस्सी से रस्ते की बैरिकेडिंग (barricading) की गयी है.
बूम ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. मुख्यमंत्री दरअसल मेरठ (Meerut) के एक गाँव में एक कन्टेनमेंट ज़ोन (containment zone) का दौरा कर रहें थे जहाँ खाट और रस्सी के सहारे एक अस्थायी बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गयी थी ताकि लोगों का आवागमन रोका जा सके.
इमरान खान के नाम से वायरल हुए इस ट्वीट का सच क्या है?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मई 16 को नॉएडा (Noida), ग़ाज़ियाबाद (Ghaziabad) और मेरठ (Meerut) का दौरा करके कोविड (COVID) महामारी से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों का मुआयना किया. इसी सिलसिले में वो मेरठ के बिजौली (Bijauli) गाँव भी पहुचें जहां ये वीडियो बनाया गया था.
वायरल वीडियो में मुख्यमंत्री एक अस्थायी बैरिकेडिंग के सामने हाथ जोड़ कर खड़े नज़र आते हैं. बैरिकेड के दूसरी तरफ एक बुज़ुर्ग व्यक्ति दिखाई देते हैं. थोड़ी देर बातचीत करने का बाद मुख्यमंत्री और उनका काफ़िला लौट जाता है.
वीडियो के साथ हिंदी में लिखा कैप्शन कहता है 'ब्रेकिंग न्यूज़- बस करो अब हमें आपकी ज़रूरत नहीं है- जनपद मेरठ के बिजौली गांव में एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी एक गली में खाट खड़ी कर जाने से रोक दिया मुख्यमंत्री जी के लाख कहने पर भी बुजुर्ग ने रास्ता नहीं खोला और योगी जी को वापस जाना पड़ा !! source omvaaryadavinc'
आर्काइव यहाँ देखें.
इस पोस्ट में वीडियो का सोर्स ओमवीर यादव INC को बतया गया है.
ओमवीर यादव पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युथ कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. उन्होंने यही वीडियो शेयर करते हुए लिखा 'ब्रेकिंग न्यूज़- बस करो अब हमें आपकी ज़रूरत नहीं है- जनपद मेरठ के बिजौली गांव में एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी एक गली में खाट खड़ी कर जाने से रोक दिया मुख्यमंत्री जी के लाख कहने पर भी बुजुर्ग ने रास्ता नहीं खोला और योगी जी को वापस जाना पड़ा !!'.
फ़ेसबुक पर भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े कई पेजों ने इस वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया.
जानिए दिल दहला देने वाली इस तस्वीर का सच
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो को करीब से देखा. ध्यान देने पर वीडियो में हो रही बातचीत साफ़ सुनाई देती है. हमने क्या सुना, आपको बताते हैं.
सबसे पहले एक शख्स कहता है 'ये हैं मुख्यमंत्री साहब !!'
इसके बाद आस पास खड़े लोग मुख्यमंत्री के नाम के जयकारे लगाते हैं. फिर हम योगी आदित्यनाथ को बोलते सुन सकते हैं. वो कहते हैं: सावधानी रखिये, मास्क लगाइये और बुज़ुर्ग लोगों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, ठीक है ना. ध्यान रखिये, मास्क सभी लोग लगाइये'.
इसके बाद मुख्यमंत्री और उनका काफ़िला वापस अपनी गाड़ियों की और मुड़ जाता है.
पूरी बातचीत में कहीं भी तनावपूर्ण संवाद नहीं है.
बूम को मेरठ पुलिस का एक ट्वीट भी मिला जो ओमवीर यादव के ट्वीट के जवाब में किया गया है.
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अपने बयान में मेरठ पुलिस ने कहा कि 'आपके द्वारा सोशल मीडिया पर किया गया यह पोस्ट पूर्ण रूप से निराधार और भ्रामक है एवं अफवाह फैलाने की श्रेणी में आता है. माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा बिजौली ग्राम जनपद मेरठ में आज कंटेनमेंट जोन में कोविड पीड़ित परिवार के सदस्य से मिल कर उनकी कुशलता पूछी गई. डॉक्टरों द्वारा उनकी देख रेख, दवाइयों की उपलब्धता के बारे में पूछा गया जिसके उत्तर में परिवार के सदस्य द्वारा संतुष्टि व्यक्त की गयी'.'
बयान में आगे कहा गया है कि 'कंटेनमेंट जोन होने के कारण गली के सामने खाट रखी है और रस्सी बंधी हुई है. इसीलिए अफवाह न फैलाये अथवा उचित वैधानिक कार्यवाही की जाएगी'.
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