बीते सप्ताह वायरल रहीं पांच मुख्य फ़र्ज़ी ख़बरें
बीते हफ़्ते कई पुरानी तस्वीरें और वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ असंबंधित घटनाओं से जोड़कर वायरल रहे. पढ़िए बूम की ख़ास पेशकश 'हफ़्ते की 5 बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें'
बीते हफ़्ते कई पुरानी तस्वीरें और वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ असंबंधित घटनाओं से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल रहे. इंटरनेट यूज़र्स ने इन वायरल फ़र्ज़ी और भ्रामक दावे वाले पोस्ट्स पर विश्वास करते हुए सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म पर बड़ी संख्या में शेयर किया. बूम ने जब इन वायरल तस्वीरों और वीडियो की जांच की तो ये दावे फ़र्ज़ी निकले.
बूम की साप्ताहिक रिपोर्ट 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में इस हफ़्ते जो फ़र्ज़ी ख़बरें शामिल हैं उनमें पश्चिम बंगाल में मुस्लिम व्यापारियों का टैक्स सरकार भरेगी, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद साधुओं पर कथित हमले का वीडियो, यूपी में योगी कैबिनेट में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्या को दिल का दौरा पड़ने के दावे से वायरल ट्वीट, UP के कौशांबी में हिन्दू संगठन द्वारा मुस्लिम युवक की हत्या दिखाने के दावे से वायरल वीडियो और अयोध्या में हिन्दू राष्ट्र की मांग के दावे से शेयर किया गया वीडियो, शामिल हैं.
1. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद साधुओं पर हमले का वीडियो
फ़ैक्ट चेक : बूम ने पाया कि वायरल वीडियो का पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत से कोई संबंध नहीं है. वीडियो असल में 2014 का है.
पंजाब में नागा साधु के साथ मारपीट का पुराना वीडियो ग़लत दावे के साथ वायरल
2. पश्चिम बंगाल में मुस्लिम व्यापारियों का टैक्स भरेगी राज्य सरकार, वित्तमंत्री ने किया एलान
फ़ैक्ट चेक : बूम ने पाया की वायरल पोस्ट में किया गया दावा फ़र्ज़ी है. पश्चिम बंगाल सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया
पश्चिम बंगाल : ममता सरकार ने मुस्लिम व्यापारियों के टैक्स भरने का नहीं किया है ऐलान
3. यूपी में योगी कैबिनेट में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्या को दिल का दौरा पड़ने के दावे से वायरल पोस्ट
फ़ैक्ट चेक : वायरल दावा फ़र्ज़ी है. स्वामी प्रसाद मौर्या ने स्वयं इसका खंडन किया है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा की वो स्वस्थ हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य के स्वास्थ्य से जुड़ी झूठी ख़बर वायरल, सपा नेता ने किया खंडन
4. यूपी के कौशांबी में हिन्दू संगठन द्वारा मुस्लिम युवक की हत्या दिखाता वीडियो
फ़ैक्ट चेक : बूम ने अपनी जांच में पाया की वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है. वीडियो असल में 2 साल से ज़्यादा पुराना है और मध्यप्रदेश के धार ज़िले की एक घटना से सम्बंधित है.
MP के पुराने वीडियो को UP के कौशांबी की घटना से जोड़कर शेयर किया गया
5. अयोध्या में हिन्दू राष्ट्र की मांग के दावे से शेयर किया गया वीडियो
फ़ैक्ट चेक : वायरल वीडियो पुराना है. इस वीडियो का किसी हालिया घटना से संबंध नहीं है.