पंजाब में नागा साधु के साथ मारपीट का पुराना वीडियो ग़लत दावे के साथ वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो 2014 का है और इस मामले में मारपीट करने वालों पर मुकदमा दर्ज़ हुआ था.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि पंजाब विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार में राज्य में साधुओं के साथ अत्याचार होने लगा है. वीडियो में एक नागा साधु के साथ कुछ व्यक्ति मारपीट करते देखे जा सकते हैं.
बूम ने पाया कि वीडियो पुराना है जिसका पंजाब चुनाव से कोई संबंध नहीं है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र Jitendra Bamniya ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि,'आम आदमी पार्टी के राज आते ही साधूओ पर हत्याचार धिक्कर है केजरीवाल'
फ़ेसबुक इस वीडियो को अनेक यूज़रों ने शेयर किया है.
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इसके अलावा ट्विटर पर भी इस वीडियो को शेयर किया जा रहा है. एक यूज़र हिन्दू स्वाभिमान_KRT ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है जिसका हिन्दी अनुवाद है, 'हिन्दू साधु पर जिहादी आप और खालिस्तान समर्थकों का अत्याचार शुरू '
(English: Horror started on Hindus Sadhu by the supporters of Jihadi *AAP & Khalistan*
फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब संबंधित कीवर्ड के साथ इंटरनेट पर सर्च किया तो वायरल वीडियो से संबंधित dailymail की एक रिपोर्ट मिली. यह रिपोर्ट 16 अगस्त 2014 को प्रकाशित हुई है जिसके अनुसार सिख समुदाय के पाँच व्यक्तियों ने एक नागा साधु के साथ हाइवे पर बदतमीजी और मारपीट की.
इसके बाद हमने जब वीडियो को ध्यान से देखा तो एक मिनट 3 सेकंड पर एक पोस्टर दिखता है जिस पर भगवान शंकर की तस्वीर है और नीचे 28 जून से 10 अगस्त तक अमरनाथ यात्रा की तारीख लिखी है.
जब हमनें इसकी मदद से 2014 में अमरनाथ यात्रा की तारीख देखी तो अमर उजाला और आज तक की रिपोर्ट मिलीं, जिसके अनुसार 2014 में अमरनाथ यात्रा 28 जून से 10 अगस्त तक हुई है.
पंजाब में मारपीट का वीडियो फ़र्ज़ी दावे के साथ AAP से जोड़कर वायरल
अधिक खोजने पर हमें SinghStation.net वेब पोर्टल की 13 जुलाई 2014 की एक रिपोर्ट मिली जो वायरल वीडियो से संबंधित ही थी. इस रिपोर्ट के अनुसार साधु के साथ मारपीट के मामले में फगवारा पुलिस ने 3 अंजान व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज़ किया था.
इससे स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो पुराना है और इसका पंजाब विधानसभा चुनाव के परिणाम से कोई लेना-देना नहीं है.