गर्भ निरोधक गोलियां बिरयानी में मिला कर बेचते थे...क्या है इस वायरल दावे का सच?
बूम ने पाया कि ये असंबंधित तस्वीरें पुरानी हैं और दावा फ़र्ज़ी है. पूरा सच जानने के लिए पढ़ें ये रिपोर्ट.
"गर्भ निरोधक गोलियां बिरयानी में मिला कर बेचते थे"!! चार तस्वीरों के एक कोलाज पर इन शब्दों के साथ सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल किया जा रहा है. जबकि दो तस्वीरों में बिरयानी (biriyani) और एक मुस्लिम (Muslim) शख्स दिखाई देता है, अन्य दो तस्वीरों में दवाइयां नज़र आती हैं.
बूम ने पता लगाया कि ये तस्वीरें एक दूसरे से सम्बंधित नहीं है और कोलाज के साथ किया जा रहा दावा भी फ़र्ज़ी है.
झूठ: हिंदुओं को नपुंसक बनाने के लिए कोयंबटूर का रेस्त्रां गोलियों भरी बिरयानी परोस रहा है
वायरल पोस्ट में तस्वीर के साथ एक कैप्शन है: जिहाद के कितने तरीके...???
वहीँ तस्वीर के ऊपर लिखा है: गर्भ निरोधक गोलियां बिरयानी में मिलकर बेचते थे.
इसके नीचे अंग्रेजी में लिखे गए टेक्स्ट का सार है: मुस्लिमों और हिन्दुओं के लिए अलग बर्तन में बनायीं जाती है बिरियानी. हिन्दुओं के लिए बनी बिरयानी में नपुंसकता की गोलियां मिलाई जाती हैं. कोइम्बटोर में रहमान बिस्मिल्लाह की माशा अल्लाह रेस्टोरेंट में ऐसी बिरयानी बेचीं जाती है. सावधान रहें, वो हर तरीके से आपके पीछे पड़े हैं.
वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखें.
ईंधन दामों में बढ़ोतरी के बीच राजनाथ सिंह के पुराने प्रदर्शन की तस्वीर वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सभी तस्वीरों को अलग-अलग रिवर्स इमेज सर्च के सहारे जांचा. हमें ये तस्वीरें अलग अलग जगहों पर मिली.
पहली तस्वीर
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च से पता लगाया कि ये तस्वीर कई यूट्यूब चैनल्स के थंबनेल (thumnail) पर मौजूद है.
ऐसा ही एक यूट्यूब वीडियो हमें जुलाई 1, 2016 को 'Indian Muslim festival DUM BIRYANI Preparation for 30 People & STREET FOOD' शीर्षक के साथ मिला. वीडियो नीचे देखें.
दूसरी तस्वीर
तेल के बढ़ते दामों के मध्य लाल कृष्ण अडवाणी की पुरानी तस्वीर वायरल
दवा की गोलियों की तस्वीर को हमनें रिवर्स इमेज के सहारे डेली मिरर श्रीलंका के एक आर्टिकल में ट्रेस किया. इस रिपोर्ट के मुताबिक़ श्रीलंकन पुलिस ने एक बाप-बेटे के जोड़े को अवैध ड्रग्स रखने के जुर्म में गिरफ़्तार किया था.
वायरल स्क्रीनशॉट में दिख रहे ट्विटर यूज़र RD Singh को जवाब देते हुए कोइम्बटोर पुलिस ने मार्च 2, 2020 को ट्वीट भी किया था.
ट्वीट में कहा गया था: फ़र्ज़ी खबर ना फैलाये. सोशल मीडिया के ज़िम्मेदार यूज़र बने. कोई भी इस ट्वीट हैंडल पर विश्वास ना करें क्यूंकि ये फ़र्ज़ी खबर फैला रहा है. CCP इस हैंडल को ट्रेस करने में लगी हुई है.
हालाँकि वो ट्विटर हैंडल अब डिलीट कर दिया गया है मगर बूम ने इसी तस्वीर को 2020 में भी फ़ैक्ट चेक किया था.