Pride Month: जानिए LGBTQ समुदाय के गौरव के इतिहास को
हर साल जून 'प्राइड मंथ' के तौर पर मनाया जाता है. क्या है ये उत्सव और इसका महत्त्व?
हर साल जून 'प्राइड मंथ' के तौर पर मनाया जाता है. ये उत्सव खासकर LGBTQ समुदाय के लोगों के लिए है, लेकिन हर कोई इसमें हिस्सा ले सकता है. LGBTQ यानी लेस्बियन, गे, बायसेक्शुअल, ट्रांसजेंडर और क्वीअर.
प्राइड एक अंग्रेजी शब्द हैं जिसका अर्थ है गौरव. प्राइड मंथ अपनी पहचान को गले लगाकर उसे दुनिया को गर्व से बताने के लिए है.
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Pride Month उन लोगों की श्रद्धांजलि के रूप में मनाया जाता है जो 1969 के स्टोनवॉल दंगों (Stonewall Riots) में शामिल थे. इसके साथ साथ, ये LGBTQ समुदाय के लिए न्याय और समान अवसर प्राप्त करने का काम भी करता है.
28 जून, 1969 को अमेरिका (United States of America) के न्यूयॉर्क शहर में पुलिस ने एक समलैंगिक (gay) क्लब 'स्टोनवेल इन' पर छापा मारा और दंगे हुए. 1970 में, दंगों की पहली बरसी पर कई प्रदर्शनकारियों ने स्टोनवेल के पास वाले रस्ते पर जुलूस निकाला. इसको सबसे पहले प्राइड मार्च (Pride March) माना जाता है.
यह अंततः न्यूयॉर्क सिटी प्राइड मार्च में रूपांतरित हो गया जो अब दुनिया भर में आयोजित किया जाता है. 28 जून को प्राइड दिवस मनाया जाता है.
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प्राइड का झंडा (Pride Flag) 1978 में सैन फ्रांसिस्को के कलाकार गिल्बर्ट बेकर (Gilbert Baker) द्वारा डिज़ाइन किया गया था. बेकर द्वारा बनाये झंडे में 8 रंग थे - गुलाबी, लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, इंडिगो और वायलेट. अगले साल से एक छह-रंग का झंडा दिखाई दिया, जो आज आम उपयोग में है. इस झंडे में लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला और वायलेट रंग हैं.
प्राइड का इंद्रधनुष झंडा (rainbow flag) महीने भर चलने वाले उत्सव की रंगीन गतिविधियों का प्रतीक है. इनमें रैलियां, प्राइड परेड, पार्टियां, कार्यशालाएं, संगीत कार्यक्रम और अनगिनत LGBTQ कार्यक्रम शामिल हैं, जो हर जगह से ढेर सारे लोगों को आकर्षित करते हैं. प्राइड समुदाय अपने आंदोलन को गर्व से मनाता है. लोग उत्सव के लिए विस्तृत वेशभूषा, श्रृंगार और चमक के साथ तैयार होते हैं.
अमेरिका के अलावा , कनाडा, ब्राज़ील, आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और भारत के लोग भी जून को प्राइड मंथ के तौर पर मनाते हैं.
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