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मोहनदास पाई ने शेयर की फर्जी बीबीसी वेबसाइट स्टोरी, ट्विटर बवाल के बाद हटाया।

इंफोसिस बोर्ड के पूर्व सदस्य मोहनदास पाई ने नकली समाचार साइट से एक लेख ट्वीट किया। बीबीसी की अनुकृति एक साइट जो साइट नियमित रूप से नकली खबर साझा करती है।

By - Nivedita Niranjankumar | 20 Sep 2018 10:48 AM GMT

इंफोसिस के पूर्व निदेशक मोहनदास पाई ने नकली समाचार वेबसाइट से एक लेख साझा किया है। लेख का शिर्षक “2018 में दुनिया के टॉप 10 सबसे भ्रष्ट राजनीतिक पार्टी की सूची” है। सूची एक साइट bbcnewsshub पर प्रकाशित किया गया था, जोकि मूल समाचार वेबसाइट BBC.com से किसी भी तरह से नहीं जुड़ा है।
( मोहनदास पाई के ट्वीट का स्क्रीनशॉट ) कई ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने बताया कि वेबसाइट एक फर्जी समाचार साइट है। हालांकि, शुरुआत में पाई ने स्वीकार किया कि यह फर्जी है, लेकिन बीबीसी के एक संपादक त्रुषार बराट द्वारा इसे वापस लेने के लिए अनुरोध किए जाने के बावजूद उन्होंने ट्वीट को हटाने से इनकार कर दिया था। हालांकि, बाद में ट्वीट हटा दिया गया था।
“2018 में दुनिया के टॉप 10 सबसे भ्रष्ट राजनीतिक पार्टी की सूची” नाम के शिर्षक से इस लेख में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को दूसरे स्थान पर रखा गया था। जबकि नाजी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज, नेशनल फासीवादी पार्टी जैसे अन्य पार्टियों का नाम भी शिल किया गया था। इसमें कई राजनीतिक दलों के नाम भी थे जो अब निष्क्रिय हो गए हैं। साइट ‘bbcnewshub’ ने भी अतीत में फर्जी पोस्ट शेयर किया है। इस साइट द्वारा शेयर किए गए एक पोस्ट का दावा था कि 2018 में, नरेंद्र मोदी दुनिया के 7 वें सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री है।
मैंगलोर में मणिपाल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष और इंफोसिस के पूर्व निदेशक, पाई ने अन्य वरिष्ठ पत्रकारों के साथ भी तर्क दिया जिन्होंने नकली समाचार साइट से समाचार साझा करने की व्यर्थता की ओर इशारा किया था।
बूम ने पाई से संपर्क किया, और उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि साइट नकली या असली थी। उन्होंने कहा,“साइट पर दी गई जानकारी मायने रखती है। इसमें राजनीतिक दलों की एक सूची है जो भ्रष्ट होने के लिए जाने जाते हैं। इनमें से ज्यादातर की उम्र 50 है। सभी आंकड़े इंगित करते हैं कि वे भ्रष्ट हैं। यह कैसे मायने रखता है कि साइट नकली है या नहीं।” उन्होंने आगे कहा कि, उन्हें "पता था" यह एक बीबीसी स्वामित्व वाली साइट नहीं थी। उन्होंने आगे कहा कि, "मुझे पता है कि बीबीसी ने ऐसी सूची कभी प्रकाशित नहीं की है और न ही यह कभी ऐसा करेगी। मैं इतना बेवकूफ नहीं हूं कि मैं ऐसा सोचूं कि या सूची बीबीसी ने जारी की है। लेकिन मेरे लिए सूची में सामग्री और नाम पर्याप्त हैं क्योंकि वे सुलभ डेटा से मेल खाते हैं। " पाई के ट्वीट को 800 से अधिक बार रिट्वीट किया गया है और हजारों लाइक मिले हैं। ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन नकली समाचार ब्रिगेड का पसंदीदा और लगातार लक्ष्य है। पिछले दिनों अलग-अलग किए गए फर्जी बीबीसी सर्वेक्षण में पहले कांग्रेस और बाद में बीजेपी के बारे में दावा किया गया कि इन्हें विश्व में चौथी सबसे भ्रष्ट पार्टी के रुप में वोट किया गया है।
Fake surveys attributed to BBC

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