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फैक्ट चेक

इन्डोनेशियाई विरोध का वीडियो कश्मीर का बता कर सोशल मीडिया पर वायरल

बूम ने पाया की महज़ 7,000 फॉलोवर्स वाला एक फ़ेसबुक पेज जो बीबीसी न्यूज़ के लोगो को लेकर बनाया गया है फ़र्ज़ी है

By - Saket Tiwari | 11 Oct 2019 5:22 PM IST

एक फ़ेसबुक पेज जो बीबीसी न्यूज़ का नाम इस्तेमाल कर बनाया गया है एक जाली पेज है | इस यूज़र ने इंडोनेशिया में हुए विरोध का वीडियो कश्मीर का बता कर पोस्ट किया है | इसके साथ फ़र्ज़ी दावा किया जा राह है की भारतीय पुलिस ने कश्मीरियों पर टिअर गैस छोड़ी |

इस फ़र्ज़ी पेज का नाम है बीबीसी न्यूज़ कश्मीर जिसने 3.13 मिनट की क्लिप अक्टूबर 6, 2019 को पोस्ट की थी जिसके साथ दावा अंग्रेजी में लिखा था जिसका हिंदी अनुवाद है: "पुलिस ने विरोध कर रहे छात्रों पर टिअर गैस छोड़ी… #कश्मीरन्यूज़ #फ्रीडम #न्यूज़कश्मीर"

इस वीडियो क्लिप में विरोध कर रहे लोगों और पुलिस के बीच में हिंसक झड़प देखी जा सकती है | इस लेख को लिखने तक पोस्ट को 1,700 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चूका है और 98,000 से ज़्यादा बार देखा जा चूका है |

वीडियो को नीचे देखा जा सकता है और इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहाँ देखा जा सकता है |

Full View

फ़ैक्ट चेक

बूम ने 'बीबीसी न्यूज़ कश्मीर की पेज पारदर्शिता' को देखा और पाया की इसे 6 अगस्त 2019 को बनाया गया था जिसे, फ़ेसबुक के हिसाब से, बांग्लादेश के कुछ लोगों द्वारा चलाया जाता है | यह पेज अक्सर भारत विरोधी पोस्ट करता है |

ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन (बीबीसी) के उर्दू पेज को यहाँ देखा जा सकता है | जैसा की इस पेज पर जानकारी उपलब्ध है, यह आधिकारिक पेज है जिसके 69,00,000 से ज़्यादा फॉलोवर हैं | हमने बीबीसी से संपर्क किया, उन्होंने आधिकारिक तौर पर कहा की यह फेक स्टोरी है जिसका बीबीसी न्यूज़ से कोई लेना देना नहीं है |

बूम ने पोस्ट के नीचे किये गए कमैंट्स भी देखे जिन्होंने क्लिप को फेक बताया था | इसके बाद हमने कीवर्ड्स खोज की और पाया की वीडियो इंडोनेशिया के जकार्ता में सितम्बर 2019 में रिकॉर्ड किया गया था |

हमें 'पॉलिसी' शब्द का भी अर्थ खोजा, यह बहासा (इंडोनेशिया की भाषा) में पुलिस के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द है | बीबीसी ने इन सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर कई लेख लिखे हैं |

हमनें वायरल वीडियो को अल जज़ीरा और बीबीसी द्वारा प्रकाशित वीडिओज़ से तुलना कर देखा जिसमें हमें कई समानताएं मिली |

दक्षिणावर्त: बीबीसी की वास्तविक रिपोर्ट; अल जज़ीरा रिपोर्ट; फ़र्ज़ी रिपोर्ट जो फ़ेसबुक पर पोस्ट की गयी है

इन विरोधों के बारे में और पढ़ने के लिए यहाँ और यहाँ पढ़ें |

जबसे कश्मीर में भारतीय सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाया है और जम्मू और कश्मीर को दिया गया विशेष स्टेटस बापिस ले लिया है, बूम ने 55 लेख लिखे हैं जिनमें हमनें कश्मीर को लेकर झूठी अफवाह, फ़र्ज़ी सूचनाएं को खारिज किया था | ट्विटर पर इन लेखो को आप नीचे क्लिक कर पढ़ सकते हैं |



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