उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में स्थानीय पुलिस ने कहा कि मंगलवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन करने के लिए निकाले गए जुलूस में कथित रूप से मुस्लिम युवकों द्वारा पथराव किए जाने के बाद फिलहाल क्षेत्र शांत हो गया ।
8 अक्टूबर, 2019 को हुई इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है । कई पाठकों ने बूम से इस घटना का सच बताने का अनुरोध किया है । वाहन के ऊपर से शूट किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि प्रतिमा पर पथराव किया जा रहा है । साथ ही बैकग्राउंड में एक मस्जिद भी दिखाई दे रही है ।
बूम ने बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक, देव रंजन वर्मा से बात की जिन्होंने कहा कि इलाके में मुस्लिम समुदाय और दुर्गा पूजा जुलूस ले जा रहे लोगों के बीच झड़प तब शुरु हुई जब जुलूस ने मस्जिद के पास तेज संगीत बंद नहीं किया ।
पुलिस अधीक्षक, देव रंजन वर्मा ने बूम को बताया कि, "संगीत बजाने को लेकर यह टकराव शुरु हुआ था ।"
“गांव में, परंपरागत रूप से, कई वर्षों से जुलूस निकाला जाता है । एक निर्धारित स्थान पर संगीत बंद करना होता था और मस्जिद को पार करना होता था पर आठ तारिक को ऐसा नहीं हुआ । इस पर बहस शुरू हुई और बातें बढ़ती गईं । किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया । इसके बाद पथराव शुरू हो गया । मौके पर मौजूद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया । आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था । अब यह क्षेत्र शांत है ।”
यह पूछे जाने पर कि क्या हमले की योजना बनाई गई थी, एसपी ने कहा कि पुलिस इस समय इसे 'नियोजित' नहीं कह सकती थी, क्योंकि देखने पर यह तत्काल हुई घटना मालुम पड़ती है । उन्होंने कहा कि गांव में पत्थर हर जगह पाए जा सकते हैं । हालांकि, उन्होंने कहा कि कुछ भी निर्णयात्मक कहना जल्दबाजी होगी क्योंकि जांच जारी है ।
अब तक आठ लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा करने की सजा), और धारा 148 (दंगाई, एक घातक हथियार से लैस) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, पुलिस ने यह भी कहा कि उन्होंने 24 संदिग्धों की पहचान की है ।