सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो क्लिप काफ़ी वायरल हो रहा है | छत्तीस (36) सेकंड लम्बे इस क्लिप में कांग्रेस की पूर्व-अध्यक्षा सोनिया गाँधी, पूर्व-प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे दिखाई देते हैं | क्लिप के साथ यह मैसेज भी है: जिनको वहम था कि मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, वह यह वीडियो दो-चार बार आंखें खोलकर देख लें, सारा वहम दूर हो जाएगा !
वीडियो में आप देखे सकते हैं की सोनिया गाँधी मनमोहन सिंह को अपने बगल वाली कुर्सी पर बैठने का इशारा करती हैं जबकि वो खुद प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के बगल वाली कुर्सी पर बैठती हैं |
वायरल किये गए इस वीडियो के साथ जो सन्देश है वो इस ओर इशारा करता है की यु.पि.ए की सरकार में एक प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह की इज़्ज़त नहीं थी |
सच क्या है
हालांकि ये वीडियो फ़ेक नहीं है, मगर जो मैसेज इसके साथ वायरल हो रहा है वो ज़रूर भ्रामक है |
यह वीडियो वर्ष 2017 का है जब श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ,अप्रैल 25 को, भारत यात्रा पर आये थे | ज्ञात रहे की 2017 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री थे ना की मनमोहन सिंह | वीडियो में भी यह बात साफ कही गयी है और मनमोहन सिंह को पूर्व-प्रधानमंत्री कह के संम्बोद्धित किया गया है |
मलकीत सिंह नामक शख्स के फ़ेसबुक प्रोफाइल पर इस पोस्ट को जनवरी 1, 2019, को पोस्ट किया गया था और इसे करीब 309 शेयर्स मिले थे |
इसी पोस्ट को मोदीनामा पेज पर जून 18, 2018 को भी शेयर किया गया था और तब इसे करीब डेढ़ लाख (1,61,725) से ज़्यादा शेयर्स मिलें थे |
श्रीलंकन न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़ फर्स्ट ने भी इस खबर को मिलती-जुलती एक वीडियो के साथ अप्रैल 26, 2017, को अपने वेबसाइट पर अपलोड किया था |
असल वीडियो आप नीचे देख सकते हैं |