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फैक्ट चेक

जी नहीं, इस तस्वीर में दिख रही महिला सोनिया गाँधी नहीं है

बूम ने पाया की असल में यह तस्वीर साल 1954 में ली गयी थी, जो अभिनेत्री मर्लिन मोनरो की है|

By - Nivedita Niranjankumar | 28 April 2020 5:55 PM IST

यह तस्वीर युवा सोनिया गाँधी को नाचते वक़्त कैमरे में कैद करने का फ़र्ज़ी दावा करती है जबकि इसे एक इमेज एडिटिंग वेबसाइट के द्वारा एडिट कर ऐसा बनाया गया है | तस्वीर इस कैप्शन के साथ वायरल हो रही है: "135 करोड़ हिंदुस्थानी के लिए बड़े शर्म की बात है की एक दो टके की विदेशी बार नाचनिया हिन्दुस्थान पर राज कर रही है और हिंदुस्थानी गुलाम बन ताली बजा रहे| सोनिया की शादी से पहले का दुर्लभ फोटो..."

इस तस्वीर को एक फ़ेसबुक ग्रुप " प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी {ग्रुप में जुड़ते ही 100 साथियों को जोड़े " पर भी शेयर किया गया है| हालाँकि इस पोस्ट को ग्रुप से बाद में हटा दिया गया, पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहाँ देखा जा सकता है |

पोस्ट का स्क्रीन शॉट नीचें देखे |


यह तस्वीर 2014 से सोशल मीडिया पर वायरल है जिसे इस दावे के साथ फैलाया गया की यह तब की तस्वीर है: "जब सोनिया गाँधी एक बार डाँसर थी " |

Full View

फ़ैक्ट चेक

बूम ने पाया की यह वायरल तस्वीर एडिट की गई जोकि 1954 में ली गई मशहूर अभिनेत्री मर्लिन मोनरो की तस्वीर थी | इस वायरल तस्वीर में गाँधी का चेहरा असली तस्वीर पर इमेज एडिटिंग सॉफ्टवेयर के ज़रिये लगाया गया है |

हमें असली तस्वीर गेट्टी इमेज से मिली जिसकी वायरल तस्वीर से तुलना करने पर हमें कई समानताएं मिली जैसे तस्वीर की महिला का पोज़, आसपास की पृष्ठभूमि आदि| सिर्फ चेहरा मेल नहीं खाता है, जिससे यह साबित होता है की सोनिया गाँधी के चेहरे को तस्वीर में अलग से लगाया गया है|

असली तस्वीर जिसमें मर्लिन मोनरो को 'मैनहटन के सबवे ग्रेट' पर पोज़ करते देखा जा सकता है इसे साल 1954 में खींचा गया |

वास्तविक में ली गयी गेट्टी इमेज को यहाँ देखे |


मूनर्रो की यह तस्वीर सबसे प्रसिद्ध तस्वीरों में गिनी जाती है जोकी 'सेवन ईयर इच' नामक मूवी में एक दृश्य में भी इस्तेमाल की गयी | इस तस्वीर में मोनरो के पोज़ को कई अन्य लोगों द्वारा पुनर्निर्मित किया गया और साल 2014 तक शिकागो में इस की हूबहू 26-फुट प्रतिमा बनाकर भी लगायी गयी |

वायरल तस्वीर को असली से तुलना करने पर हमें पोज़, पृष्ठभूमि और ड्रेस में कई समानताएं मिली |


हमने माग्निफायर टूल की मदद से यह पाया की वायरल तस्वीर में सोनिया गाँधी के चेहरे को लगाया गया है जिससे साफ़ होता है की मोनरो की तस्वीर के साथ छेड़-छाड़ की गयी |


फ़ोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर की सर्च में हमारे सामने फ़ोटोफुनिआ नामक सॉफ्टवेयर आया जहा मोनरो इफ़ेक्ट इस्तेमाल करने पर इस असली तस्वीर में मोनरो के चेहरे की जगह किसी और का चेहरा आसानी से लगाया जा सकता है | यहाँ मोनरो की ऊपर दी गयी तस्वीर में ही फैर बदल किया जा सकता है जिसमें सफ़ेद ड्रेस को पोज़ के दौरान हवा के झरोखे से उड़ते देखा जा सकता है |

फ़ोटोफुनिआ नामक पेज को यहाँ देखे |



 


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