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फ़ैक्ट चेक

रोज़गार को लेकर रविशंकर प्रसाद के नाम से फ़र्ज़ी दावा वायरल

बूम ने पाया कि पिछले साल मुंबई में दिए गए उनके एक भाषण को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है |

By - Saket Tiwari | 22 Sep 2020 12:01 PM GMT

केंद्रीय विधि एवं न्‍याय मंत्री रविशंकर प्रसाद के हवाले से एक फ़र्ज़ी बयान वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि प्रसाद ने कहा है कि '"ठेका नहीं ले रखा है हमने, युवाओं को नौकरी देने का" |

बूम ने पाया कि हालांकि रविशंकर प्रसाद ने बेरोजगारी पर पत्रकारों से बात ज़रूर की थी पर उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है |

पोस्ट एक न्यूज़ क्लिपिंग के स्क्रीनशॉट के रूप में वायरल है | इसमें केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की तस्वीर के साथ एक बयान है 'केंद्रीय मंत्री का बयान बेरोजगार युवकों के लिएमहाराष्ट्र केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा ठेका नहीं ले रखा है हमने लोगों को नौकरी देने का फैसला भारत की जनता का जय भारत जय हिंद' |

यह फ़र्ज़ी बयान ऐसे समय पर वायरल है जब देश में महामारी के चलते हज़ारो की संख्या में लोग बेरोज़गार हो रहे हैं | यहाँ और यहाँ पढ़ें |

ऐसे ही कुछ पोस्ट्स नीचे देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ देखें |

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फ़ैक्ट चेक

बूम ने हाल ही में इस तरह के बयान पर न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाले पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली | ट्विटर पर यही बयान हमें अक्टूबर 2019 में भी पोस्ट किया हुआ मिला | कई ट्विटर यूज़र्स ने इस फ़र्ज़ी बयान को पोस्ट किया था |

इसके बाद हमनें यूट्यूब पर खोज की और 12 अक्टूबर 2019 को रविशंकर प्रसाद द्वारा मुंबई में दिए गए एक बयान पर पहुंचे |

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इस वीडियो में आप प्रसाद को कहते हुए सुन सकते हैं कि 'देखिये, मैं आपको कुछ आकड़े देना चाहता हूँ | क्योंकि आपने 'अनएम्प्लॉयमेंट' की बात कही है, तो मैं ज़रूर आपके इस प्रश्न का उत्तर देना चाहूँगा | ये एम्प्लोयी प्रोविडेंट फण्ड आर्गेनाईजेशन है ना? एम्प्लोयी प्रोविडेंट फण्ड उसी का कटता है, जो एम्प्लॉयमेंट मे रहता है | सितम्बर 2017 से जून 2019 के बीच 2.54 करोड़ पीपल रजिस्टर्ड हुए हैं | मतलब ये एम्प्लॉयड हैं | हमने 19 करोड़ लोगों को 'मुद्रा योजना' में 7.5 लाख करोड़ लोन दिया है | इसमें 19 करोड़ का आधा कर दीजिये, आधा लोगों ने भी किसी एक को नौकरी दिया, स्वयं को स्वरोजगार किया, तो कितने करोड़ को नौकरी मिली ? मैं देश का 'इलेक्ट्रॉनिक' मंत्री भी हूँ | जब मेरी सरकार आई थी, तो देश में सिर्फ़ 2 मोबाइल फैक्ट्री थे, सिर्फ़ 2 | अब देश में 268 मोबाइल फैक्ट्री है और भारत दुनिया की 2nd सबसे बिगेस्ट मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंट्री बन गया है | 6 लाख लोग प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष काम करते है | मैं उस रिपोर्ट को गलत कहता हूँ और पूरी जिम्मेवारी के साथ NSSO ने जो मैंने इतने आकड़े बताये, उसको उसमें रखा है ? मैंने आपको 10 नंबर बताये, सब प्रमाणिक नंबर है | एक नहीं है उनके रिपोर्ट में | क्यों नहीं है ? इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में, आईटी क्षेत्र में, मुद्रा लोन में, कॉमन सर्विस सेंटर्स में ? हमने कभी नहीं कहा था, सबको 'सरकारी नौकरी' देंगे और वो भी नहीं कहते हैं | इसलिए, कुछ लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से उसे मिसलीड करने की कोशिश की थी | And I am saying so with full sense of responsibility. मैं दिल्ली में भी बोल चुका हूँ |"

इस बयान में उन्होंने कहा था, "हमने कभी नहीं कहा था, सबको 'सरकारी नौकरी' देंगे और वो भी नहीं कहते हैं |" इसमें उन्होंने वायरल हो रहे बयान जैसी कोई बात नहीं की |

ध्यान देने लायक बात है की इसी प्रेस कांफ्रेंस में प्रसाद ने भारतीय इकॉनमी की तुलना बॉलीवुड की तीन फिल्मों द्वारा 120 करोड़ रूपए कमाने से की थीं | बॉलीवुड फिल्मों से आर्थिक स्थिति की तुलना पर इस बयान के चलते काफी विरोध हुआ था जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने बयान वापस  लिया था और ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी |



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