रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के बाद उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वह एक विमान में भगवद् गीता पढ़ते हुए नजर आ रहे हैं.
बूम ने जांच में पाया कि यह वायरल तस्वीर एआई जनरेटेड है. एआई डिटेक्टर टूल Deepfake-O-Meter, Hive Moderation और SynthID ने इस तस्वीर के एआई से बने होने की पुष्टि की है. SynthID के मुताबिक यह तस्वीर गूगल के एआई टूल से बनाई गई है.
गौरतलब है कि व्लादिमीर पुतिन ने 4-5 दिसंबर 2025 को भारत की दो दिन की राजकीय यात्रा की थी. वह 23वें भारत रूस वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए थे और उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात थी. इस दौरान पीएम मोदी ने व्लादिमीर पुतिन को श्रीमद भगवद् गीता का रूसी अनुवाद उपहार में दिया था. इसी संदर्भ में यह फर्जी तस्वीर वायरल है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, ‘भारत द्वारा दिया गया एक सुंदर उपहार, श्रीमद्भगवद्गीता. राष्ट्रपति पुतिन श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ते हुए.’ फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर भी यह तस्वीर वायरल है.
पड़ताल में क्या मिला:
बूम ने वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए इससे संबंधित मीडिया रिपोर्ट सर्चं की, लेकिन हमें इस तस्वीर की पुष्टि करने वाली कोई भी विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली.
वायरल तस्वीर एआई जनरेटेड
हमने इस तस्वीर को एआई डिटेक्टर टूल Deepfake-O-Meter, Hive Moderation और SynthID पर चेक किया तो पाया कि यह तस्वीर वास्तविक नहीं है, बल्कि एआई जनरेटेड है.
Deepfake-O-Meter के GLFF (2024) मॉडल के मुताबिक यह तस्वीर 86.7 प्रतिशत तक फेक है और संभावित तौर पर एआई जनरेटेड है. वहीं Hive Moderation के अनुसार यह तस्वीर 99 प्रतिशत तक एआई जनरेटेड है.
गूगल के एआई डिटेक्टर टूल SynthID के मुताबिक यह तस्वीर गूगल के ही एआई टूल से बनाई गई है.


