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फैक्ट चेक

ऋषिकेश में राफ्टिंग के दौरान हुई मारपीट का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल

मुनि की रेती के एसएचओ रितेश शाह बूम को बताया कि झगड़े के पीछे कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था.

By -  Srijit Das |

13 Jun 2024 12:43 PM GMT

सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग के दौरान हुए झगड़े का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. वीडियो में कुछ लोग एक-दूसरे को चप्पू से पीटते नजर आ रहे हैं. इसको सांप्रदायिक रंग देते हुए दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम राफ्टिंग गाइड हिंदुओं के साथ मारपीट कर रहे हैं. 

बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. इस संबंध में हमने मुनि की रेती के थाना प्रभारी रितेश शाह से संपर्क किया. उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए बूम को बताया कि पुलिस ने घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो सभी हिंदू हैं.

करीब 1 मिनट 6 सेकंड के इस वीडियो में कुछ लोग नदी के किनारे इधर-उधर भाग रहे हैं और एक ग्रुप बार-बार उनपर चप्पू से हमला कर रहा है. इसमें कुछ अन्य लोग चिल्लाते और खुद को बचाने की कोशिश करते हुए भी देखे जा सकते हैं.

एक्स पर वीडियो के साथ सांप्रदायिक दावा करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'जेहादी हिंदुओं के हर पवित्र पर्यटन स्थल पर पहुंच रहे हैं, और वहां का सारा व्यापार खुद कर रहे हैं, हिंदुओं की तबीयत से ठुकाई करते हुए वहां कुछ मुस्लिम नाव चलाने वाले. हिंदुओं को बहुत-बहुत बधाई, हम दो हमारे दो पालन करने के लिए.'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

बूम को यह वीडियो वेरिफाई करने की रिक्वेस्ट के साथ उसके व्हाट्सएप टिपलाइन नंबर (7700906588) पर भी मिला.


फैक्ट चेक 

बूम ने घटना से संबंधित हिंदी कीवर्ड्स की मदद से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की तलाश की. हमें ईटीवी भारत उत्तराखंड की वेबसाइट पर 7 जून 2024 की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल्स मौजूद थे.

रिपोर्ट में बताया गया था कि यह घटना उत्तराखंड के ऋषिकेश के मुनि की रेती में 'कौडियाला इको टूरिज्म जोन' के राफ्टिंग क्षेत्र में हुई. इसमें आगे बताया गया था कि घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इसपर संज्ञान लिया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इस रिपोर्ट में गिरफ्तार किए गए लोगों की तस्वीरें भी देखी जा सकती हैं.



इसके बाद हमें उत्तराखंड पुलिस के आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट मिला. इस पोस्ट में घटना के विवरण के साथ-साथ गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की तस्वीरें भी थीं.

उत्तराखंड पुलिस के इस पोस्ट में कहा गया, "सोशल मीडिया पर राफ्टिंग गाइड व पर्यटकों के बीच मारपीट संबंधी प्रसारित हो रहे वीडियो का संज्ञान लेकर टिहरी गढ़वाल पुलिस ने घटना में संलिप्त तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. घटना में प्रकाश में आए अन्य व्यक्तियों की तलाश एवं जानकारी की जा रही है. राफ्ट को राफ्टिंग पॉइंट पर ले जाते समय राफ्ट लगने के कारण अन्य कंपनी के क्लाइंट से विवाद होने पर मारपीट की घटना घटित हुई. राफ्टिंग कंपनी एडवेंचर कंपनी ऋषि गंगा तथा पेडलर हिमालय एवं उनके गाइडों के लाइसेंस निरस्तीकरण हेतु जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल को रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है."

Full View

पोस्ट का आर्काइव लिंक.

पोस्ट के अनुसार, घटना के सिलसिले में अबतक आशीष जोशी, कमलेश राजभर और गंगा त्यागी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है.

इस मामले में अधिक जानकारी के लिए हमने मुनि की रेती के एसएचओ रितेश शाह से भी संपर्क किया. उन्होंने बूम से की गई बातचीत में सांप्रदायिक दावे का खंडन करते हुए कहा कि पुलिस ऐसी झूठी सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.

उन्होंने बूम को बताया, "यह एक पुरानी घटना है इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. यह झगड़ा गाइड और उनके सहायकों के बीच हुआ था. हमने इस मामले में तीन गिरफ्तारियां भी की हैं और सभी गिरफ्तार किए गए लोग हिंदू हैं."

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