सोशल मिडिया पर एक मंदिर के दान पेटी और उसमें ढेर सारे पैसों का वीडियो इस झूठे दावे के साथ वायरल हो रहा है कि यह अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद के दान का वीडियो है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में दिख रहा दान पात्र राम मंदिर का नहीं बल्कि राजस्थान के चित्तौड़गढ जिले में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर का है.
गौरतलब है कि बीते 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन कार्यक्रम संपन्न हुआ. राम मंदिर के उद्घाटन की घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया पर इससे जुड़े तमाम तरह के फ़र्जी और भ्रामक वीडियोज तथा तस्वीरें खूब शेयर किए गए. इसी क्रम में अब यह वीडियो भी वायरल है.
इस 14 सेकेंड के वीडियो में एक दान पेटी को देखा जा सकता है जिसमें से कुछ लोग ढेर सारे पैसे निकालते नजर आ रहे हैं.
वीडियो को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स इसे प्राण प्रतिष्ठा के बाद आए दान के रूप में शेयर कर रहे हैं.
फेसबुक पर एक यूजर ने शेयर करते हुए लिखा, “#श्रीअयोध्याधाम #श्रीराम_मन्दिर में पहले दिन दान-पेटी में दान की गई इतनी राशि कि आधे दिन में ही दानपात्र भर गया..🙏🏻🚩🏹#जय_श्रीराम 🚩🙏🏻."
इसके अलावा फेसबुक पर अन्य यूजर्स ने भी वीडियो को इन्हीं मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया है. यहां, यहां देखें.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो को शेयर करते हुए यूजर ने लिखा, "अयोध्या में राम जबरजस्त तरीके से आए हैं, दान पात्र भरते देर नहीं लग रही है, जय श्री राम, जय श्री राम."
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावों की सच्चाई जानने के लिए वीडियो के कुछ की-फ्रेम्स को निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, वहां से हमें sanwaliya_seth_1007 नाम के इंस्टाग्राम हैंडल पर 16 जनवरी का पोस्ट किया हुआ यह वीडियो मिला, जिसके कैप्शन में लिखा था, "श्री सांवलिया सेठ:- इस बार रिकॉर्ड 12 करोड़ 69 लाख नकद दान राशि निकली," इसके अनुसार, यह वीडियो राजस्थान के सांवलिया सेठ मंदिर के दान पात्र का है.
इस इंस्टाग्राम हैंडल के बायो में नितिन वैष्णव का नाम मेंशन था, वायरल वीडियो और इंस्टाग्राम हैंडल पर पोस्ट किए गए कुछ वीडियोज को देखने के बाद पता चलता है कि दान पेटी से पैसे निकालते शख्स में से एक इस मंदिर के पुजारी नितिन वैष्णव हैं.
सांवलिया सेठ मंदिर, राजस्थान के चित्तौड़गढ जिले में स्थित भगवान कृष्ण का एक मंदिर है. राजस्थान में विधानसभा चुनावों के समय अक्टूबर 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने चित्तौड़गढ़ में एक जनसभा की थी और इस दौरान उन्होंने इस सांवलिया सेठ मंदिर में पूजा भी की थी.
आगे हमने इस मंदिर से जुड़े कुछ कीवर्ड्स सर्च किए, इसके जरिए हमें कई न्यूज रिपोर्ट्स मिले, जिनमें इस मंदिर में आए दान का जिक्र था. लोकल आउटलेट सच बेधड़क और एबीपी न्यूज के अनुसार, उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़ जिले के इस सांवलिया सेठ मंदिर में करोड़ों रुपये की दान राशि निकली है. रिपोर्ट्स में आगे बताया गया कि सांवलिया सेठ मंदिर में हर महीने की चतुर्दशी पर दान पेटी खोली जाती है.
पुराने मिडिया रिपोर्ट्स देखने पर पता चलता है कि इस मंदिर में हमेशा ही रिकॉर्ड तोड़ने वाले चढ़ावे आते रहे हैं.
आगे हमने वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना प्रधानमंत्री द्वारा सांवलिया सेठ मंदिर की अपलोड की गई वीडियो के स्क्रीनशॉट से की.
बूम ने वायरल दावों की पुष्टि के लिए राम मंदिर और उसको मिले दान के बारे में सर्च किया, जी न्यूज के अनुसार, मंदिर निर्माण के लिए अबतक आम से लेकर खास लोगों ने करीब 3200 करोड़ रुपये दान किए हैं. न्यूज 18 के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहले दिन भक्तों द्वारा 3.17 करोड़ रुपए का चढ़ावा चढ़ाया गया.
आगे हमने राम मंदिर के दान पात्रों के बारे में सर्च किया, आजतक की एक रिपोर्ट में राम मंदिर में रखी जाने वाली दान पेटी की तस्वीर मिली, जो कि वायरल वीडियो के दान पेटी से बिलकुल अलग है.
इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में सांवलिया सेठ मंदिर के दान पात्र का वीडियो है, राम मंदिर का नहीं, जैसा कि दावा किया जा रहा है.