सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये पुलवामा हमले को दिखाता है. धुंधली सी वीडियो में चार-पांच गाड़ियां दिख रही हैं और थोड़े समय बाद एक ब्लास्ट होता है जिसके बाद धुएं और धूल का गुबार छा जाता है.
बूम ने पाया कि ये वीडियो पुराना है और बगदाद का है. भारत से इसका कोई लेना-देना नहीं है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र DK Sharma ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा है '14 फरवरी वेलेंटाइन डे के खुशी में ये मत भूल जाना कि आज का ही दिन हे पुलवामा अटेक में हमने भारत के माँ के 44 बीर सपूत खोए थे जय हिंद'.
एक अन्य फ़ेसबुक पेज़ Indian Army power ने भी यह वीडियो बांग्ला कैप्शन के साथ शेयर किया है. कैप्शन का अनुवाद है 'पुराना समय याद आता है'.
फ़ैक्ट चेक
जब बूम ने विडियो के स्क्रीनशॉट के साथ इंटरनेट पर सर्च किया तो कई यूट्यूब वीडियो के लिंक सामने आए. लिंक पर क्लिक करने पर हमनें देखा कि वीडियो को 6 मार्च 2008 को अपलोड किया गया है. वीडियो यूट्यूब पर 'truck bomb' शीर्षक के साथ है. वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि वीडियो इराक का है.
बूम ने पहले भी इस वीडियो को फ़ैक्ट चेक किया है. हमने पाया था कि वीडियो इराक के बग़दाद शहर के पास कैम्प ताज़ी के समीप का है. हमने फिर इंटरनेट पर सर्च किया तो मालूम चला कि ताजी कैम्प के निकट 2007 में एक ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 3 लोगों की मौत और 7 लोग घायल हुए थे.
हमें इंडियन एक्सप्रेस की एक भी रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार हमले से पहले श्रीनगर-पुलवामा हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे. फिर यह वीडियो मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता.