संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन 19 दिसंबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की तरफ से 'टी- पार्टी' का आयोजन किया गया, जिसमें पीएम मोदी समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. खास बात यह रही कि इस बार कांग्रेस की ओर से इसमें सांसद प्रियंका गांधी ने भाग लिया. इस दौरान उनकी पीएम मोदी और राजनाथ सिंह के साथ सामने आई तस्वीर काफी चर्चा में रही.
इसी बीच सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर बोलती नजर आ रही हैं. यूजर्स इस वीडियो को साझा करते हुए दावा कर रहे हैं कि ये पीएम मोदी की मुलाकात का असर है जिसके बाद प्रियंका गांधी हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार पर बोल रही हैं.
बूम ने जांच में पाया कि कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी का यह वीडियो पिछले साल की शीतकालीन सत्र का है, जहां उन्होंने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा के सवाल पर सरकार को घेरा था. इस वीडियो का प्रधानमंत्री मोदी से हुई उनकी हालिया मुलाकात से कोई संबंध नहीं है.
गौरतलब है कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद एक बार फिर हालात अस्थिर हो गए हैं. इसी बीच अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरें भी सामने आई हैं. कथित ईशनिंदा के आरोप में दीपू चंद्र दास नाम के एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद भारत के भी कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिले.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
फेसबुक जैसे माध्यमों पर प्रियंका गांधी का यह वीडियो बड़े पैमाने पर वायरल है, जिसमें वह संसद में बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर बोलते हुए सरकार पर निशाना साध रही हैं. ज्यादातर यूजर्स प्रियंका के इस वीडियो को हालिया बताते हुए शेयर कर रहे हैं. (आर्काइव लिंक)
Dynamite News Hindi नाम के एक फेसबुक पेज ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, "बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास के साथ हुई बर्बरता पर देखिए संसद में क्या बोली प्रियंका गांधी?" (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
वीडियो एक साल पुराना है
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें न्यूज एजेंसी ANI के यूट्यूब चैनल पर 16 दिसंबर 2024 का अपलोड किया हुआ इससे संबंधित एक वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो वाला हिस्सा भी मौजूद था. इसके डिस्क्रिप्शन में बताया गया कि प्रियंका गांधी ने लोकसभा में बांग्लादेशी हिंदुओं का मुद्दा उठाया.
द प्रिंट और संसद टीवी के यूट्यूब चैनल पर भी 16 दिसंबर 2024 की लोकसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही का वीडियो उपलब्ध है, जिसमें प्रियंका गांधी का यह बयान देखा जा सकता है. द प्रिंट द्वारा लाइव स्ट्रीम किए गए करीब पांच घंटे लंबे वीडियो में यह अंश लगभग दो घंटे के टाइमस्टैम्प पर दिखाई देता है.
दरअसल 16 दिसंबर 2024 को संसद सत्र के शून्यकाल के दौरान बोलते हुए प्रियंका गांधी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया था. इसी क्रम में उन्होंने कहा था कि सरकार को बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और पीड़ितों को समर्थन देना चाहिए.
प्रियंका गांधी ने की दीपू दास की हत्या की निंदा
प्रियंका गांधी ने बांग्लादेश में हाल में हुई दीपू चंद्र दास की हत्या की निंदा करते हुए इसे चिंताजनक बताया. उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट में सरकार से आग्रह करते हुए लिखा."भारत सरकार को पड़ोसी देश में हिंदू, ईसाई और बौद्ध अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा का संज्ञान लेना चाहिए और बांग्लादेश सरकार के समक्ष उनकी सुरक्षा का मुद्दा मजबूती से उठाना चाहिए."
साफ है कि कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ मुखर रही हैं. इसी क्रम में उनके एक पुराने वीडियो को भ्रामक तरीके से प्रधानमंत्री मोदी से हुई मुलाकात के बाद का बताकर शेयर किया जा रहा है.


