सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाहरुख खान का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि शाहरुख पीएम मोदी के सामने 'जिहाद' का असली मतलब समझा रहे हैं और पीएम मोदी भी सहमति जताते हुए सिर हिला रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. वीडियो और ऑडियो दोनों अलग-अलग इवेंट के हैं. 'जिहाद' पर बोलते शाहरुख खान का बयान साल 2011 में आयोजित एक बुक लॉन्च इवेंट से लिया गया है. वहीं वीडियो 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का है, जिसमें पीएम मोदी के सामने शाहरुख कहते हैं कि देश को महात्मा गांधी 2.0 की जरूरत है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे करीब 20 सेकंड के इस वीडियो में शाहरुख कहते हैं, "मैं इस्लामिक रिलिजन का हूं. मैं मुस्लिम हूं. हमारे यहां एक शब्द है जिसका बहुत गलत इस्तेमाल होता है, जिहाद. जिहाद का भी थॉट प्रोसेस बिलकुल यही है कि हमारे अंदर जो बुरी सोच है उससे लड़ना. बाहर सड़कों पर लोगों को मारने को जिहाद नहीं कहते हैं."
फेसबुक जैसे माध्यमों पर इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि शाहरुख खान प्रधानमंत्री मोदी के सामने जिहाद का असली मतलब समझा रहे हैं और प्रधानमंत्री सहमति जाहिर करते हुए सिर हिला रहे हैं. (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
वायरल वीडियो एडिटेड है
संबंधित कीवर्ड और रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें देश गुजरात के यूट्यूब चैनल पर 20 अक्टूबर 2019 का अपलोड किया गया शाहरुख खान और पीएम मोदी का मूल वीडियो मिला.
हमने पाया कि इस वीडियो में शाहरुख खान पीएम मोदी के सामने 'जिहाद' के बारे में कोई बातचीत नहीं कर रहे हैं. इस दौरान शाहरुख 'स्वच्छता अभियान' के विचार की सराहना करते हुए कहते हैं, 'मुझे लगता है कि गांधी जी को फिर से परिचित कराने की जरूरत है, हमें महात्मा गांधी 2.0 की जरूरत है.'
मूल वीडियो साल 2019 का है
असल में यह वीडियो 19 अक्टूबर 2019 का है, तब महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में पीएम मोदी ने अपने आवास पर आमिर खान, शाहरुख खान, कंगना रनौत समेत सिनेमा जगत की कई हस्तियों से मुलाकात की थी. पीएम मोदी और बीजेपी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी इस आयोजन का वीडियो देखा जा सकता है.
वीडियो की आवाज शाहरुख के एक अन्य इवेंट से ली गई है
कीवर्ड सर्च की मदद से हमें @TejgyanFoundation के यूट्यूब चैनल पर 17 नवंबर 2011 का अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. करीब 20 मिनट के इस वीडियो में 9 मिनट 30 सेकंड पर शाहरुख 'जिहाद' को लेकर वायरल वीडियो वाला नजरिया रखते नजर आ रहे हैं.
इसके साथ में दी गई जानकारी मुताबिक यह वीडियो 14 नवंबर 2011 का है, तब शाहरुख पुणे में आयोजित 'द सोर्स: पावर ऑफ हैप्पी थॉट्स' किताब के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे थे. यह इवेंट तेज ज्ञान नाम के फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया था.
इस किताब पर बात करते हुए शाहरुख कहते हैं कि यह किताब हमें बुरे विचारों से कैसे लड़ना है इसके बारे में बताती है. इसी क्रम वह 'जिहाद' की अवधारणा बताते हुए कहते हैं कि जिहाद का मतलब हमारे अंदर जो बुरी सोच है उससे लड़ना है न कि बाहर सड़कों पर लोगों को मारना.


