सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों वाला एक कोलाज वायरल हो रहा है जिसमें नाज़ी नेता एडॉल्फ हिटलर और पीएम मोदी बच्चों से मिलते हुए नज़र आ रहे हैं. दोनों तस्वीरों में बच्चों से मुलाक़ात करते हुए पीएम मोदी और हिटलर के बीच एक कंटीली तार देखी जा सकती है. इस कोलाज को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूज़र्स दोनों नेताओं की बच्चों के साथ बातचीत करने के तरीके की तुलना कर रहे हैं.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि हिटलर की तस्वीर को एडिटेड किया गया है, नाज़ी जर्मनी में एक एकाग्रता शिविर में कंटीले तारों वाली बाड़ के पीछे खड़े बच्चों की तस्वीर में हिटलर के फ्रेम को डिजिटल रूप से जोड़ा गया है.
गौरतलब है कि हाल ही में पीएम मोदी ने कर्नाटक चुनाव के प्रचार के बीच कलबुर्गी में बच्चों से मुलाकात की थी. इस मुलाक़ात की तस्वीर को सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर शेयर किया गया और विपक्षीय नेताओं ने पीएम मोदी और बच्चों के बीच कंटीली तारों के बाड़ को लेकर उनकी आलोचना की थी.
अभिनेता प्रकाश राज ने वायरल कोलाज को इंग्लिश और कन्नड़ भाषा में ट्वीट करते हुए लिखा, जिसका हिंदी अनुवाद है- “इतिहास ख़ुद को दोहराता है. भविष्य कंटीले तारों के पीछे है. सतर्क रहें.”
(मूल ट्वीट :History repeats..Future is behind the Barbed wire .. BEWARE..ಇತಿಹಾಸ ಮರುಕಳಿಸುತ್ತಿದೆ .. ಭವಿಷ್ಯ ಮುಳ್ಳು ತಂತಿಯ ಹಿಂದಿದೆ . ಎಚ್ಚೆತ್ತುಕೊಳ್ಳಿ #justasking.)
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
कई अन्य ट्विटर यूज़र्स ने प्रकाश राज द्वारा साझा किए गए कैप्शन के अंग्रेजी हिस्से के साथ तस्वीर साझा शेयर किया.
इसके अलावा, कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने तस्वीर को फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया.
पोस्ट यहां देखें.
मथुरा में मिली युवती की लाश की पुरानी तस्वीर मणिपुर हिंसा से जोड़कर वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने हिटलर की बच्चों से मुलाक़ात करने वाली तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च पर खोजा तो हमें हमें नाज़ी जर्मनी में होलोकॉस्ट के बचे हुए बच्चों की तस्वीरों के कई लिंक मिले.
हमें कंटीले तार वाली बाड़ के पीछे खड़े बच्चों की तस्वीर वर्तमान में वायरल हो रही तस्वीर जैसी मिली, जिसे यूनाइटेड स्टेट्स होलोकॉस्ट मेमोरियल म्यूजियम की वेबसाइट पर शेयर किया गया था.
इस तस्वीर में कंटीले तार वाली बाड़ के पीछे केवल बच्चे दिखाई देते हैं, जबकि हिटलर को फ़ोटो में नहीं देखा जा सकता.
इसके अलावा, हमें फ़ोटो स्टॉक वेबसाइट अलामी पर हिटलर की स्टॉक तस्वीरें मिलीं, जो वायरल तस्वीर में हिटलर के फ्रेम से पूरी तरह मेल खाती थीं.
वायरल तस्वीर की बच्चों और हिटलर की तस्वीर से तुलना करने पर स्पष्ट होता है कि वायरल तस्वीर में बच्चों की तस्वीर के साथ हिटलर का फ्रेम डिजिटल तरीके से जोड़ा गया था.
साल 2019 में, हिटलर की एक और एडिट की गई तस्वीर वायरल हुई थी, जो हिटलर और पीएम मोदी के बीच तुलना करने के कथित प्रयास में एक बच्चे के कान खींचते हुए मोदी की तस्वीर से मिलती-जुलती थी, और बूम ने इसका फ़ैक्ट चेक किया था.
बिहार में मुस्लिम युवक द्वारा हिंदू पत्नी की हत्या किए जाने का फ़र्ज़ी दावा वायरल