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फ़ैक्ट चेक

आटे के बोरे को लेकर लड़ते लोगों का पुराना वीडियो पाकिस्तान के हालिया संकट से जोड़कर वायरल

विभिन्न मैनस्ट्रीम मीडिया चैनल्स ने इसे पाकिस्तान में जारी खाद्यान्न संकट का बताया है

By - Sachin Baghel | 12 Jan 2023 12:14 PM GMT

सोशल मीडिया पर एक वीडियो पाकिस्तान के हालिया आर्थिक संकट से जोड़कर ख़ूब वायरल हो रहा है. वीडियो को पाकिस्तान में आर्थिक हालातों से उपजे खाद्यान्न संकट जोड़कर कहा जा रहा है कि आटे की एक बोरी के लिए लोग आपस में लड़ रहे हैं. मैनस्ट्रीम मीडिया चैनल्स ने भी वीडियो को वर्तमान में पाकिस्तान में जारी आर्थिक संकट से जोड़ते हुए अपनी रिपोर्ट्स में प्रमुखता से जगह दी है. वीडियो को शेयर करते हुए यूज़र्स पाकिस्तानी नागरिकों का मज़ाक बना रहे हैं.

बूम ने अपनी जांच में वायरल पाया वीडियो इंटरनेट पर सितंबर 2022 से मौजूद है. इसका हालिया घटनाक्रम से कोई सम्बन्ध नहीं है.

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हिंदुस्तान टाइम्स ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 11 जनवरी 2023 को पब्लिश करते हुए लिखा,'गेंहू की बोरी के लिए लड़ते पाकिस्तान के नागरिक...'.



टाइम्स नाउ ने इसी वीडियो का इस्तेमाल करते हुए अपनी 11 जनवरी 2023 की रिपोर्ट का शीर्षक, 'आटे के लिए पाकिस्तान में लड़ते लोग, आर्थिक उथल-पुथल को 10 बिंदु में समझें' रखा है.



ज़ी न्यूज़ और एबीपी न्यूज़ ने भी इस वीडियो को वर्तमान में पाकिस्तान में चल रहे खाद्यान्न की कमी का बताया है. टाइम्स ऑफ़ इंडिया, डीएनए, एशियानेट न्यूज़, वन इंडिया हिंदी आदि अनेक न्यूज़ आउटलेट्स ने इस इसी दावे के साथ प्रकाशित किया है.

फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी यह वीडियो हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है.


फ़ैक्ट चेक

बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से स्क्रीनग्रैब निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो यही वीडियो हमें 06 सितम्बर 2022 के ट्वीट में मिला जिसका कैप्शन उर्दू में लिखा था,'बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत पैकेज सिर दर्द बना'.

हमें 07 सितम्बर 2022 की एक फ़ेसबुक पोस्ट में यही वीडियो मिला. पोस्ट का कैप्शन सिंधी भाषा में था 'आखिर इन हालातों के लिए कौन जिम्मेदार है? शासक इस दर्द को पहचान नहीं सकते क्योंकि उनके बच्चे भूखे नहीं हैं'.



उपरोक्त वीडियो के कैप्शन में इस्तेमाल की गई सिंधी एवं उर्दू भाषा और उस पर आये कमेंट से हमें अंदेशा हुआ कि यह वीडियो पाकिस्तान से हो सकता है. 

आगे संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरस के 09 सितम्बर 2022 के ट्वीट पर हमें रिप्लाई में यही वीडियो मिला. जिसमें वायरल वीडियो को पाकिस्तान के सिंध प्रान्त का बताया गया था जहाँ से पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो नेशनल असेंबली के सदस्य हैं. रिप्लाई में आगे लिखा था कि लोग यहाँ खाने के लिए लड़ रहे हैं. दरअसल यह ट्वीट एंटोनियो गुटेरस ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ के साथ पाकिस्तान में आयी बाढ़ पर हुई चर्चा के सन्दर्भ में किया था. 

हमें आगे एक पाकिस्तानी जर्नलिस्ट का 09 सितम्बर 2022 के एक ट्वीट में वायरल वीडियो से इतर एक वीडियो मिला जिसमें लोग आपस में लड़-झगड़ रहे हैं. ट्वीट के अनुसार ये वीडियो पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में एक कैंप का है जहाँ खाने को लेकर लोग आपस में लड़ रहे हैं. 

बाढ़ के दौरान पाकिस्तान में खाने-पीने की चीज़ों की कितनी किल्लत हो गयी थी कि लोग आपस में मार-पीट करने पर उतारू थे, वीडियो के माध्यम से हम आसानी से अनुमान लगा सकते हैं.

इसकी मदद से हमने मीडिया रिपोर्ट्स को खोजा लेकिन हमें वायरल वीडियो के सम्बन्ध में कोई मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिली. हालांकि पिछले साल जुलाई से सितम्बर महीने के बीच पाकिस्तान में आयी भीषण बाढ़ के प्रकोप को कवर करती कई मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुईं. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक बाढ़ के कारण हज़ारों लोगों की मौत हो गयी और लाखों लोग विस्थापन को मजबूर हुए. बाढ़ के कारण खाने के सामान की भी किल्लत हो गयी है जिसके चलते अनेक लोग भूखे पेट सोने को मजबूर हैं. सम्भवता वायरल वीडियो भी इसी समय का है. रिपोर्ट्स ने लिखा है कि पाकिस्तान की पहले से कमजोर आर्थिक स्थिति बाढ़ के कारण और विकराल हुई है. 

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