कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ के एक कथित ट्वीट का स्क्रीनशॉट काफ़ी वायरल हो रहा है. ट्वीट में शहबाज़ शरीफ़ कांग्रेस की जीत पर राज्य के लोगों को धन्यवाद करते हुए कह रहे हैं कि “हमें उम्मीद है कि कांग्रेस एसडीपीआई(SDPI) के साथ मिलकर भारत में इस्लाम को मजबूत करने के लिए काम करेगी”.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल ट्वीट फ़र्ज़ी है. शहबाज़ शरीफ़ ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम पर कोई ट्वीट नहीं किया है.
13 मई को आए कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम के अनुसार, कुल 224 सीटों में से कांग्रेस ने 135 सीट पर जीत हासिल की. वहीं भाजपा 66 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी पार्टी बनी. इसके अलावा राज्य की क्षेत्रीय पार्टी जनता दल (सेक्यूलर) को 19 सीटों पर जीत मिली. जीत के बाद कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए विचार शुरू हो गया है.
वायरल स्क्रीनशॉट में मौजूद ट्वीट उर्दू में है और साथ ही नीचे उसका अंग्रेज़ी अनुवाद भी है. उर्दू में लिखे ट्वीट का हिंदी अनुवाद है, “मैं कांग्रेस को चुनने के लिए कर्नाटक के अवाम का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. मुझे उम्मीद है कि इस्लाम कांग्रेस हमारी SDPI के साथ मिलकर हिन्दुस्तान में मज़बूती और कर्नाटक की संप्रभुता के लिए काम करे”. स्क्रीनशॉट में ट्वीट की तारीख़ 13 मई 2023 लिखी हुई है.
फ़ेसबुक पर यह स्क्रीनशॉट ख़ास कैप्शन के साथ वायरल है, जिसमें लिखा हुआ है “पाकिस्तान से भी कोंग्रेस को अभिनंदन आ ही गए”.
वायरल स्क्रीनशॉट से जुड़े अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल स्क्रीनशॉट की पड़ताल के लिए सबसे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट खंगाला तो हमने पाया कि 13 मई से लेकर अबतक उनके अकाउंट से सिर्फ़ चार ट्वीट ही किए गए हैं. इन चार ट्वीट्स में 3 ट्वीट्स 13 मई 2023 को किए गए हैं. वहीं एक ट्वीट 14 मई को किए गए हैं.
इन चारों ट्वीट्स में कोई भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर नहीं किया गया है. चारों ही ट्वीट्स पाकिस्तान से जुड़े हुए थे. चारों ट्वीट के स्क्रीनशॉट आप नीचे मौजूद तस्वीर में देख सकते हैं.
हमने इस दौरान सोशल मीडिया एनालिटिक्स टूल TruthNest की भी मदद ली. हमने पाया कि शहबाज़ शरीफ़ के अकाउंट से 13 मई को तीन ही ट्वीट्स किए गए थे.
ट्विटर सर्च की मदद से भी हमने वायरल स्क्रीनशॉट में मौजूद उर्दू कैप्शन को सर्च किया लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं मिली. हमें डिलीट किए गए किसी भी ट्वीट पर किया गया कोई रिप्लाई भी नहीं मिला.
इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड्स की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट्स भी खंगाली. लेकिन हमें कोई भी न्यूज़ रिपोर्ट्स नहीं मिली, जिसमें कथित ट्वीट और उसमें लिखी गई बातों का जिक्र हो.
बूम ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद वायरल हुए उन दावों का फ़ैक्ट चेक किया, जिसमें कहा गया कि "कांग्रेस की जीत के बाद राज्य में पाकिस्तानी झंडा फ़हराया गया". हालांकि हमारी जांच में ये दावे फ़र्ज़ी साबित हुए. अधिक जानकारी के लिए आप हमारे फ़ैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं.