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फैक्ट चेक

पश्चिम बंगाल में फर्जी वोटिंग का पुराना वीडियो तेलंगाना का बताकर वायरल

बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि यह वीडियो पश्चिम बंगाल के दक्षिणी दमदम में 2022 में हुए नगर निकाय चुनाव के दौरान का है.

By - Jagriti Trisha | 19 May 2024 9:17 AM GMT

सोशल मीडिया पर वोटिंग में कथित धांधली का एक वीडियो खूब वायरल है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह तेलंगाना के बहादुरपुरा का वीडियो है, जहां ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के लोग मतदाताओं के बदले खुद फर्जी वोट डाल रहे हैं.

बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल दावा गलत है. असल में यह वीडियो पश्चिम बंगाल के दक्षिणी दमदम में 2022 में हुए नगर निकाय चुनाव के दौरान का है, जहां पोलिंग एजेंट मतदाताओं को रोककर खुद ही वोट डाल रहे थे.

वोटिंग में धांधली दिखाता यह वीडियो इससे पहले 2022 में भी गुजरात का बताकर वायरल था, बूम ने तब भी इस दावे का फैक्ट चेक किया था.  

1 मिनट 27 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में एक शख्स ईवीएम के पास खड़ा है, जो ईवीएम के पास आ रहे मतदाताओं वापस भेजकर खुद ही बटन दबा रहा है. इसमें ईवीएम का बटन दबाने के बाद बीप की आवाज भी सुनी जा सकती है.

लगभग दो साल पुराने इस वीडियो को हालिया लोकसभा चुनावों से जोड़ते हुए शेयर किया जा रहा है. इसे फेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'एमआईएम, बहादुरपुरा, हैदराबाद असुद्दुदीन ओवैसी का निर्वाचन क्षेत्र (तेलंगाना), कृपया इसे वायरल करें ताकि चुनाव आयोग द्वारा पुनः चुनाव कराया जा सके.'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

इसके अलावा, यह वीडियो इसी समान दावे से वेरीफाई करने के रिक्वेस्ट के साथ बूम को अपनी टिपलाइन पर भी मिला.



फैक्ट चेक 

बूम इस वीडियो का फैक्ट चेक इससे पहले 2022 में भी कर चुका है. तब इस वीडियो को गुजरात के दावे से शेयर किया गया था.

बूम ने उस समय अपनी जांच में पाया था कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के दक्षिणी दमदम में उस समय चल रहे नगर निकाय चुनाव के दौरान का है.

वायरल वीडियो को गौर से देखने पर हमने पाया कि इसमें मौजूद लोग बांग्ला में बात कर रहे हैं, इससे हमें अंदेशा हुआ कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है.

वायरल दावे के पड़ताल के लिए हमने वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें 'वेस्ट बंगाल बीजेपी' के आधिकारिक एक्स हैंडल पर इससे मिलता हुआ 30 सेकंड का एक वीडियो मिला. 27 फरवरी 2022 के इस पोस्ट में वीडियो में मौजूद लोगों को टीएमसी समर्थक बताया गया था.

पोस्ट का आर्काइव लिंक.

हमने पड़ताल में पाया कि उस समय भारतीय जनता पार्टी के अलावा कांग्रेस और सीपीएम ने भी इसे शेयर करते हुए ममता सरकार पर निकाय चुनावों में गड़बड़ी का आरोप लगाया था.

सीपीएम ने अपने पोस्ट में वीडियो को दक्षिण दमदम नगर पालिका के वार्ड 33 के बूथ संख्या 108 का बताया था.

बूम को 2022 में फैक्ट चेक के दौरान कीवर्ड्स सर्च की मदद से न्यूज चैनल टीवी9 बांग्ला के यूट्यूब चैनल पर 27 फरवरी 2022 की अपलोड की गई इससे संबंधित एक वीडियो रिपोर्ट मिली थी. इसमें वायरल वीडियो के विजुअल्स देखे जा सकते हैं.

Full View


इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में भी इसे पश्चिम बंगाल के दमदम का बताया गया था, जहां वार्ड नंबर 33 के बूथ संख्या 108 पर पोलिंग एजेंट ने मतदाताओं को वापस भेजकर खुद ही ईवीएम का बटन दबाकर फर्जी वोटिंग की थी. इससे स्पष्ट था कि वायरल वीडियो बंगाल के नगर निकाय चुनाव के दौरान का है, तेलंगाना का नहीं.

आगे पुष्टि के लिए हमने तेलंगाना में हुई ऐसी किसी घटना के बारे में सर्च किया, पर हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली. इस प्रक्रिया में हमें तेलंगाना निर्वाचन आधिकारी के आधिकारिक एक्स हैंडल पर इससे संबंधित एक प्रेस रिलीज मिली. प्रेस रिलीज में वायरल दावे का खंडन करते हुए बताया गया कि यह तेलंगाना का वीडियो नहीं है, इसका तेलंगाना के किसी भी इलेक्शन से कोई संबंध नहीं है.

पोस्ट का आर्काइव लिंक.

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