दक्षिणपंथी सोशल मीडिया यूज़र्स एक तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर कर रहे हैं कि इस तस्वीर में एक मुस्लिम व्यक्ति को बाइक पर एक लाश ले जाते हुए दिखाया गया है.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. तस्वीर मिस्र की है और यह कपड़े की दुकान के एक कर्मचारी को बाइक पर कपड़े में लिपटे एक पुतले को ले जाते हुए दिखाती है.
वायरल तस्वीर में एक व्यक्ति को अपनी बाइक के पीछे कपड़े/बोरी में बांधकर मानव आकृति के रूप में दिखाई देने वाले सामान को ले जाते हुए देखा जा सकता है. इसमें कपड़े/बोरी के बाहरी हिस्से से पैर दिखाई पड़ता है.
कई दक्षिणपंथी यूज़र्स ने तस्वीर को मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधते हुए कैप्शन के साथ पोस्ट कर रहे हैं, “उसका अब्दुल सबसे अलग था.”
हिंदू दक्षिणपंथी "अब्दुल" नाम का उपयोग मुस्लिम पुरुषों के लिए विद्वेष और विचारोत्तेजक भाषा के रूप में करते हैं.
गौरतलब है कि बीते 29 मई को दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाक़े में साहिल नाम के एक मुस्लिम युवक ने एक हिन्दू लड़की की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, दोनों में दोस्ती थी. सोशल मीडिया पर इस हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद दक्षिणपंथी इसे “लव जिहाद” बताते हुए मुस्लिम समुदाय की हिन्दू लड़कियों के ख़िलाफ़ साजिश के तौर पर पेश करने लगे.
हालांकि, पीड़िता के दोस्त ने शाहबाद डेयरी मर्डर केस में कोई धार्मिक मुद्दा होने से इंकार किया है.
इसी घटना की पृष्ठभूमि में तस्वीर शेयर की जा रही है.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
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लंदन में हेट क्राइम की शिकार लड़की की तस्वीर 'लव जिहाद' के फ़र्ज़ी दावे से वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च पर खोजा तो हमारे सामने कई मीडिया रिपोर्ट्स आयीं, जिनमें इस तस्वीर का संबंध मिस्र (Egypt) की राजधानी काहिरा (Cairo) से बताया गया है.
मिस्र स्थित न्यूज़ आउटलेट Cairo24 की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, तस्वीर एक व्यक्ति को बाइक पर पुतला ले जाते हुए हुए दिखाती है. 27 मई, 2023 को एक रेडीमेड कपड़ों की दुकान के मालिक ने एक ट्रांसपोर्ट कंपनी से उनकी दुकान से काहिरा के मोकट्टम तक पुतला पहुंचाने का अनुरोध किया था.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दुकान के मालिक के अनुरोध पर बाइक सवार व्यक्ति दुकान गया, पुतला लिया और उसे तोड़कर बोरी के अंदर रख लिया ताकि बाइक पर ले जाया जा सके. हालांकि, उसका पुतले का पैर बाहर ही रह गया.
Cairo24 ने इसी तस्वीर के साथ ट्वीट भी किया जिसमें बताया गया है कि उनकी रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद, आंतरिक मंत्रालय ने सार्वजनिक सड़क पर बाइक पर मृत शरीर की तस्वीर के बारे में सच्चाई का खुलासा किया है.
इसके अलावा, हमें एलवतन न्यूज़ (elwatannews.com) पर प्रकाशित एक रिपोर्ट जिसमें बताया गया है कि मिस्र के आंतरिक मंत्रालय ने तस्वीर के बारे में एक स्पष्टीकरण जारी किया है. इसमें एक बाइक सवार द्वारा शव को ले जाने के दावे को ख़ारिज कर दिया गया और स्पष्ट किया गया कि यह एक बाइकर है जो एक पुतला ले जा रहा था.
इस रिपोर्ट में मिस्र के आंतरिक मंत्रालय के हवाले से कहा गया है कि दुकान के मालिक ने दुकान के फ़ेसबुक पेज पर एक कमेंट किया था, जब इसी दावे के साथ कुछ व्यंग्यात्मक पेजों पर तस्वीर प्रसारित की गई थी.
इससे संकेत लेते हुए हमने अरबी भाषा में संबंधित कीवर्ड के साथ खोज की तो 30 मई और 31 मई को मिस्र स्थित कपड़ों की कंपनी बीजी कलेक्शन के कई फ़ेसबुक पोस्ट मिले.
इन पोस्ट्स में कंपनी ने तस्वीर के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बाइक पर सवार व्यक्ति उनके लिए काम कर रहा था और पुतले को उनकी गमाल अब्देल नासिर शाखा से मोकट्टम ले जा रहा था.
योगेंद्र यादव के मुस्लिम होने के दावे से शेयर किया गया यह वीडियो क्लिप्ड है