HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

प्रियंका गांधी के नामांकन में मल्लिकार्जुन खरगे को बाहर रखने के दावे का सच क्या है

बूम से बातचीत में खरगे के कार्यालय से कांग्रेस नेता प्रणव झा ने बताया कि नियम के मुताबिक, नामांकन के दौरान एक समय में 5 ही लोग कक्ष में मौजूद रह सकते हैं. हालांकि बाद में खरगे अंदर आ गए थे.

By - Shefali Srivastava | 24 Oct 2024 3:50 PM IST

केरल की वायनाड लोकसभा सीट (Wayanad Bypoll) से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को नामांकन भरा. इस दौरान सोशल मीडिया पर वायरल एक क्लिप को लेकर बीजेपी और इसके नेता दावा कर रहे हैं कि नामांकन के वक्त कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को कक्ष से बाहर रखकर अपमान किया. वायरल क्लिप में खरगे एक कमरे के दरवाजे के बाहर खड़े दिख रहे हैं.

हालांकि बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि चुनाव आयोग के नियम के चलते खरगे कुछ समय के लिए केसी वेणुगोपाल समेत पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ नामांकन कक्ष से बाहर खड़े रहे. हालांकि बाद में वह अंदर आ गए थे. बूम से बातचीत के दौरान एआईसीसी सचिव और कांग्रेस अध्यक्ष के कम्यूनिकेशन इंचार्ज प्रणव झा ने इसकी पुष्टि की. 

बीजेपी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'आज जिस तरह से मल्लिकार्जुन खड़गे जी को प्रियंका वाड्रा के नामांकन के समय कमरे से बाहर रखा गया… ठीक उसी तरह राहुल गांधी आरक्षण हटाने के बाद दलित समाज के लोगों को सम्मान और अवसरों से वंचित रखेंगे. अगर गांधी परिवार खरगे जी को ऐसे अपमानित कर सकता है तो दलित समाज के प्रति इनके मन में कितनी घृणा होगी, ये समझा जा सकता है.'



आर्काइव लिंक

इसी तरह केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'जब आप खरगे हैं लेकिन 'घर' के नहीं !!!!!' 

(Original Caption: When you are Kharge but not ‘Ghar’ke !!!!!)




आर्काइव लिंक

इसी तरह बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा समेत पार्टी के कई नेताओं ने वीडियो शेयर कर कांग्रेस पर सवाल उठाए.

फैक्ट चेक

अधूरा वीडियो भ्रामक दावे से वायरल

वायनाड से प्रियंका गांधी के नामांकन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के अपमान के दावे से वीडियो वायरल है. हालांकि बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि चुनाव आयोग के नियम के चलते खरगे कुछ समय के लिए बाहर रहे. बाद में रॉबर्ट वाड्रा और उनके बेटे रेहान वाड्रा के बाहर आते ही मल्लिकार्जुन खरगे कक्ष के अंदर गए.

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा के एक्स हैंडल को खंगाला. यहां हमें बुधवार 23 अक्टूबर 2024 को प्रियंका गांधी के नामांकन से जुड़ा पोस्ट और तस्वीरें मिलीं. इसमें एक तस्वीर में नामांकन के दौरान राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी उनके साथ दिख रहे हैं.



'नामांकन के वक्त 5 लोग ही मौजूद रह सकते थे' 

इसके बाद हमने मल्लिकार्जुन खरगे के कार्यालय में संपर्क किया, जहां AICC सचिव और कांग्रेस अध्यक्ष के कम्यूनिकेशन इंचार्ज प्रणव झा ने बूम से बातचीत में बताया, "नामांकन के दौरान जिला मैजिस्ट्रेट के कक्ष में एक समय में 5 लोग ही रह सकते हैं. इस नियम के बारे में हमें पहले ध्यान नहीं था. कलेक्ट्रेट ऑफिस में जहां नामांकन होना था वहां जाने का एक ही रास्ता था. हम लोग 22 सीढ़ियां चढ़कर वहां पहुंचे थे. प्रियंका जी का परिवार वहां पहले ही मौजूद था."

प्रणव ने आगे बताया, "जब खरगे, केसी वेणुगोपाल और बाकी नेता कक्ष के बाहर पहुंचे तो हमें रोका गया. पहले हम समझ नहीं पाए, फिर हमें एक कर्मचारी ने नियम के बारे में बताया. उन्होंने यह भी बताया कि डीएम रूम में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं इसलिए नियम के पालन में अनदेखी नहीं कर सकते."

कांग्रेस नेता ने बताया, "इसके बाद खरगे बड़े संयम के साथ बाहर ही खड़े रहे जिसका छोटा सा क्लिप बीजेपी के लोग सोशल मीडिया पर झूठे दावे से फैला रहे हैं. थोड़ी देर बाद जब रॉबर्ट वाड्रा और उनके बेटे बाहर आए तो खरगे और वेणुगोपाल जी अंदर पहुंचे." 

प्रणव ने इसे लेकर एक्स पर गजेंद्र सिंह शेखावत के पोस्ट को रीशेयर करते हुए उन पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, 'ये देश के केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री हैं. एक तरह से यह हमारे देश और मोदी सरकार के सांस्कृतिक राजदूत हैं. इन्हें भी मालूम होगा कि नामांकन दाखिल करते वक़्त निश्चित संख्या ( यहां पर 5) में लोग अंदर जा सकते हैं. DM का कमरा CCTV की चुनाव आयोग की निगरानी में होता है इसलिए वो चाह कर भी नियम की अनदेखी नहीं कर सकते. ना ही हमारे नेता उन पर कोई दवाब बनाना चाहते थे.'



खरगे और राहुल के साथ प्रियंका ने दाखिल किया था नामांकन

इसके अलावा हमें स्थानीय न्यूज वेबसाइट Mathrubhumi.com पर वायनाड से प्रियंका गांधी के नामांकन से जुड़ी खबर भी मिली. इसकी मुख्य तस्वीर में भी खरगे नामांकन के दौरान प्रियंका गांधी के दौरान नजर आ रहे हैं.




रिपोर्ट में बताया गया कि नामांकन दाखिल करने के समय, कैंडिडेट समेत पांच लोगों को ही कलेक्टर के कक्ष में प्रवेश करने की इजाजत दी गई थी. नामांकन के पहले सेट को जमा करने के दौरान प्रियंका के पति रॉबर्ट और बेटे रेहान वाड्रा मौजूद रहे. उनके जाने के बाद सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी चैंबर में आए,जहां उनकी मौजूदगी में नामांकन का दूसरा सेट जमा किया गया.

रिपोर्ट में न्यूज एजेंसी पीटीआई का एक्स पोस्ट भी शेयर किया गया जिसमें मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में प्रियंका गांधी अपना नामांकन दाखिल करती नजर आ रही हैं.

 

क्या है चुनाव आयोग का नियम?

नामांकन के दौरान पांच लोगों की इजाजत के नियम के बारे में बूम से बातचीत में पूर्व चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने बताया, "यह पुराना नियम है जो पूरे देश में लागू होता है. पहले नेताओं के साथ 100-200 समर्थक अंदर आकर शोरगुल करते थे. जितना बड़ा नेता होता था उतनी अधिक भीड़ अंदर आ जाती थी. हमारे समय में यह नियम लाया गया था कि कैंडिडेट के अलावा चार लोग ही चैंबर में एक समय में मौजूद रह सकते हैं." 

Tags:

Related Stories