वायरल तस्वीर में सफ़ेद टाटा सफारी के पास खड़ा एक व्यक्ति महिला की साड़ी खिंच रहा है. लोग तमाशा देख रहे हैं. नेटिज़ेंस इस फ़ोटो को सोशल मीडिया पर इस फ़र्ज़ी दावे के साथ शेयर कर रहे हैं कि यह तस्वीर पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिन्दुओं की स्थिति दिखाती है.
बूम ने पाया कि वायरल हो रहा दृश्य दरअसल एक भोजपुरी फ़िल्म 'औरत खिलौना नहीं' (Aurat Khilona Nahi) का है. यह फ़िल्म यूट्यूब पर देखी जा सकती है.
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election 2021) जारी हैं और इसी बीच ट्विटर पर हिन्दुओं के पक्ष में कुछ हैशटैग्स ट्रेंड कर रहे हैं. इसमें से #StandWithBengalHindus का इस्तेमाल कर फ़र्ज़ी दावों के साथ इस फ़िल्म के दृश्य को शेयर किया गया है.
अरविंद केजरीवाल की बग़ैर मास्क पहने तस्वीर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल
एक ट्विटर यूज़र ने लिखा: "जब तक मेरे शरीर में जान है, मैं हिन्दुओं को जगाता रहूँगा क्योंकि हिंदुत्व मेरा मिशन है और हिंदुस्तान मेरा सपना... #StandWithBengalHindus"
(इंग्लिश में: "As long as there is life in the body, I will keep awakening the Hindus because Hindutva is my mission and Hindustan is my dream… #StandWithBengalHindus")
नीचे कुछ पोस्ट देखें और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहां देखें.
नोएडा में 'लव-जिहाद' का मामला नहीं दिखाती है यह वायरल तस्वीर
फ़ैक्ट चेक
बूम ने तस्वीर के इस्तेमाल से रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिसमें इसी तस्वीर को प्रकाशित किया गया था. यहां और यहां पढ़ें.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कोलकाता पुलिस ने इस फ़र्ज़ी तस्वीर को शेयर कर गलत दावे करने पर एक शख़्स को 2017 में गिरफ्तार किया था. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में 2017 में सांप्रदायिक दंगे भड़के थे. इसी बीच पुलिस ने फ़र्ज़ी ख़बरों की रोकथाम करने के लिए यह कदम उठाया था.
रिपोर्ट्स से संकेत लेकर हमनें यूट्यूब पर खोज की. हमें बीजेपी नेता मनोज तिवारी समेत कई भोजपुरी कलाकारों की एक फ़िल्म 'औरत खिलौना नहीं' मिली. इसे 31 अगस्त 2015 को अपलोड किया गया था.
फ़िल्म में 2.11.50 सेकंड की समय बिंदु के बाद वही दृश्य देखा जा सकता है जिसकी तस्वीर वायरल हो रही है.