हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां में एक शिव मंदिर में शिवलिंग की क्षतिग्रस्त तस्वीर और वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल है. साथ ही कुछ यूजर इसके साथ दक्षिणपंथी न्यूज वेबसाइट Opindia.com के एक आर्टिकल का स्क्रीशॉट भी शेयर कर रहे हैं, जिसकी हेडिंग है, 'मंदिर में घुसकर हमला किया, शिवलिंग तोड़कर नाली में फेंका: हिमाचल प्रदेश के गुस्साए हिंदुओं ने निकाला विरोध प्रदर्शन, बाजार कराया बंद.'
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. कागंड़ा पुलिस ने शिवलिंग तोड़ने के मामले में 'निशा देवी' नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है. कांगड़ा पुलिस के मुताबिक, महिला की मानसिक दशा सही नहीं है.
गौरतलब है कि बीते 27 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां में शिवलिंग तोड़ कर नाले में फेंकने की घटना सामने आई थी. इस घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. स्थानीय व्यापार मंडल ने इस घटना पर रोष जताते हुए दो घंटे के लिए बाजार भी बंद रखा था.
सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए यूजर ने लिखा, 'हिमाचल प्रदेश में जि *हादियों का आतंक– जिस मंदिर में भगवान शिव की 20 साल से शिवलिंग की पूजा होती थी उसे इस्लामिक कट्टरपंथियों ने 2 मिनट तोड़ दिया. हिमाचल प्रदेश वालों ऐसे राक्षसों को तुरंत ऐसा सबक सिखाओ कि इनकी नस्लें ऐसा कृत्य करने को दोबारा न सोचें. जरूरत पड़ी तो पूरा देश साथ है.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह इसी मिलते जुलते दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: शिवलिंग को तोड़ने की आरोपी महिला हिंदू है
सोशल मीडिया पर वायरल क्षतिग्रस्त शिवलिंग की तस्वीर के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा गलत है.
वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब हमने इससे जुड़े कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया तो हमें इससे जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट मिली.
न्यूज वेबसाइट Punjab Kesari की 28 सितंबर 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवालय से शिवलिंग तोड़ने वाली महिला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. महिला मानसिक रूप से ठीक नहीं है और उसका नाम 'निशा देवी' है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, यह महिला इससे पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुकी है. साल 2020 में उस पर हिमाचल प्रदेश के ही धर्मशाला जिले के फतेहपुर में शिवलिंग तोड़ने का आरोप था और उसके बगल के एक गांव से नवग्रह की मूर्तियों को उठा कर गड्ढे में फेंकने का आरोप भी लगा था.
इसके बाद हमें Divya Himachal TV के यूट्यूब चैनल पर इस मामले को लेकर पुलिस का बयान भी मिला.
कांगड़ा डीएसपी अंकित शर्मा ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा, "सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से हमें पता चला कि इस घटना में एक महिला शामिल थी. इसकी मदद से हमने एक 35 वर्षीय महिला निशा देवी को हिरासत में लिया. निशा देवी के ऊपर पहले भी ऐसे मामले को लेकर कई थानों में मुकदमे पंजीकृत हुए हैं."