सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें काफ़ी संख्या में नोटों के बंडल दिखाई दे रहे हैं और साथ ही उन नोटों को गिनने के लिए कई मशीनें भी लगाई गई है. वीडियो को सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह सूरत के कपड़ा व्यापारी और आम आदमी पार्टी के नेता शेखर अग्रवाल के यहां ईडी की हुई छापेमारी का दृश्य है.
वायरल हो रहे वीडियो में एक जगह पर काफ़ी संख्या में 2000, 500, 200 और 100 रुपए के नोट दिखाई दे रहे हैं. साथ वीडियो के कई लोग भी मौजूद हैं, जो नोटों को कैश मशीन के सहारे गिनने की कोशिश कर रहे हैं.
वायरल वीडियो को सोशल मीडिया ख़ासकर फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर किया गया है.
फ़ेसबुक पर वायरल वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, जिसमें लिखा हुआ है "सूरत के कपड़ा व्यापारी Sekhar Agarwal के घर से ED ने बरामद किया 2000 और 500 के बंडलों का अंबार, गिनती के लिए मंगाई गई मशीन* *पहले कांग्रेस मे था... अब आप मे जुड़ गया है".
वायरल वीडियो से जुड़े अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा और सुना तो पाया कि वहां मौजूद लोग आपस में बांग्ला में बात कर रहे हैं. वीडियो में बांग्ला सुने जाने से यह पश्चिम बंगाल के होने की तस्दीक कर रहा था. हालांकि हमने इसके बाद वीडियो के कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें मुंबई तेज न्यूज़ नाम के ट्विटर अकाउंट पर यह वीडियो मिला, जिसे 10 सितंबर 2022 को ट्वीट किया गया था. ट्वीट के कैप्शन में इस वीडियो को कोलकाता में आमिर खान नाम के एक व्यक्ति के यहां हुई ईडी की रेड का बताया गया था.
ट्वीट के कैप्शन से मिली जानकारियों के आधार पर जब हमने गूगल सर्च किया तो हमें एनडीटीवी पर 11 सितंबर 2022 को प्रकाशित की गई रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में लगे वीडियो में वायरल वीडियो भी मौजूद था. साथ ही एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो मौजूद था.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार ईडी ने 10 सितंबर को मोबाइल गेमिंग ऐप से संबंधित एक मामले में कोलकाता में एक साथ 6 जगहों पर छापेमारी की थी. ईडी ने यह छापेमारी आमिर खान नाम के एक व्यापारी से जुड़े ठिकानों पर की थी.
रिपोर्ट्स के अनुसार आमिर खान पर ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन के सहारे लोगों को धोखा देने का आरोप था. ईडी ने इस दौरान करीब 17 करोड़ 32 लाख रुपए बरामद किए थे. जांच एजेंसी की तरफ़ से नोटों को गिनने के लिए कैश काउंटिंग मशीन भी लगाई गई थी.
हमें अपनी जांच के दौरान इंडिया टुडे के यूट्यूब चैनल पर 10 सितंबर 2022 को ज़ारी की गई वीडियो रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो मौजूद था और साथ ही वीडियो के डिस्क्रिप्शन में वही सब जानकारी मौजूद थी, जो एनडीटीवी की रिपोर्ट में है.
वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य एएनआई के द्वारा 10 सितंबर 2022 को ट्वीट किए गए वीडियो में भी मौजूद हैं. ट्वीट में कोलकाता में हुई ईडी की रेड का जिक्र है.
हमारी अभी तक की जांच से यह तो स्पष्ट हो गया था कि वायरल वीडियो कोलकाता के एक व्यापारी के यहां हुई रेड का है. इसके बाद हमने यह जानने की कोशिश की, कि क्या ईडी ने किसी शेखर अग्रवाल नाम के आप नेता व कपड़ा व्यापारी के यहां रेड की है.
चूंकि वायरल वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में वीडियो को सूरत का बताया गया था, इसलिए हमने आम आदमी पार्टी की सूरत ईकाई के जिलाध्यक्ष महेंद्र नवाडिया से संपर्क किया. उन्होंने बूम को बताया कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा ग़लत है और आप की सूरत ईकाई में शेखर अग्रवाल नाम का कोई नेता नहीं है.
इस दौरान हमने उनसे यह भी पूछा कि क्या हाल के दिनों में गुजरात के किसी भी आप नेता पर ईडी की रेड हुई है तो उन्होंने इससे इनकार किया. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पुलिस ने अहमदाबाद स्थित पार्टी कार्यालय पर रेड की थी.
हालांकि हमने भी अपनी जांच के दौरान हाल ही में गुजरात में हुई ईडी की रेड से जुड़ी न्यूज़ रिपोर्ट्स को खोजा तो हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जैसा दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है. हमें ईडी के ट्विटर अकाउंट पर भी वायरल दावे से जुड़ा कोई हालिया ट्वीट नहीं मिला. जबकि अमूमन ईडी ऐसे रेड की जानकारियां अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा करती है.
हमने इस संबंध में ईडी से भी संपर्क किया है, उनका जवाब आने पर स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.