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फैक्ट चेक

भारतीय सेना में तैनात पिता और बेटियों के शहीद होने का गलत दावा वायरल

बूम ने पाया कि वायरल कोलाज में दो अलग-अलग घटनाओं की तस्वीरें हैं. इन दोनों तस्वीरों का एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं है.

By -  Rohit Kumar |

17 Oct 2025 4:48 PM IST

भारतीय सेना से संबंधित दो अलग-अलग तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल है. यूजर इसे लेकर दावा कर रहे हैं कि आर्मी अफसर पिता और उनकी दोनों सैन्य अधिकारी बेटियां देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए हैं.

बूम ने जांच में पाया कि यह दावा गलत है और कोलाज की दोनों ही तस्वीरें एक दूसरे से असंबंधित हैं. पहली तस्वीर नवंबर 2024 की है जब लेफ्टिनेंट जनरल डीपी सिंह की पुणे स्थित मिलिट्री इंटेलिजेंस ट्रेनिंग स्कूल एंड डिपो के कमांडेंट पद पर पदोन्नति हुई थी, तब भारतीय सेना में अधिकारी उनकी दोनों बेटियों ने वर्दी पर नए रैंक के बैज लगाकर उन्हें सम्मानित किया था.

दूसरी तस्वीर जून 2018 में भारत-पाकिस्तान सीमा पर फायरिंग के दौरान शहीद हुए बीएसएफ के चार जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद का है. 

सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?

एक्स पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इन दोनों तस्वीरों वाले कोलाज को शेयर करते हुए लिखा, ‘बाप ओर दोनों बेटियां हुई शहीद. यह दिल दहला देने वाला और गहरा दुख देने वाला हादसा है. एक ही परिवार के तीन सदस्य - पिता और उनकी दो प्यारी बेटियां देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए. उनका साहस और त्याग असीम था, पर अब उनके बिना घर का हर कोना वीरान और खामोश लग रहा है.’

फेसबुक (आर्काइव लिंक) और इंस्टाग्राम (आर्काइव लिंक) पर भी इसी दावे से यह कोलाज वायरल है.

बूम की पड़ताल:

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए कोलाज की दोनों तस्वीरों को गूगल लेंस से सर्च किया और पाया कि दोनों तस्वीर अलग-अलग घटनाओं की हैं.  

कोलाज की पहली तस्वीर की कहानी

हमें पहली तस्वीर टाइम्स ऑफ इंडिया के यूट्यूब चैनल और इंडियन एक्सप्रेस की 4 नवंबर 2024 की एक न्यूज रिपोर्ट में मिली. इन रिपोर्ट में बताया गया कि लेफ्टिनेंट जनरल डीपी सिंह की पुणे स्थित मिलिट्री इंटेलिजेंस ट्रेनिंग स्कूल एंड डिपो के कमांडेंट पद पर पदोन्नति हुई थी, तब भारतीय सेना में अधिकारी उनकी दोनों बेटियों ने पिता की वर्दी पर नए रैंक के बैज लगाकर उन्हें सम्मानित किया था.

हमें इसी जानकारी के साथ आर्मी ट्रेनिंग कमांड के फेसबुक पेज पर भी 3 नवंबर 2024 को शेयर की गई यह तस्वीर मिली.

Full View

कोलाज की ऊपर वाली दूसरी तस्वीर

गूगल लेंस से सर्च करने पर हमने पाया कि यह तस्वीर जून 2018 में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हुई फायरिंग में शहीद हुए चार बीएसएफ जवानों की अंतिम यात्रा की है. 

हमें इमेज स्टॉक वेबसाइट Getty Images पर घटना की दूसरे एंगल वाली एक तस्वीर मिली. इस तस्वीर के साथ कैप्शन में बताया गया कि 13 जून 2018 को भारत-पाकिस्तान सीमा पर हुई फायरिंग में बीएसएफ के चार जवान शहीद हो गए थे. तस्वीर बीएसएफ मुख्यालय में वीर जवानों के प्रति हुए श्रद्धांजलि समारोह के दौरान की है. इस तस्वीर के लिए न्यूज एजेंसी एएफपी को क्रेडिट दिया गया था.



Getty Images पर इसी घटना की दूसरे एंगल वाली एक और तस्वीर में भी यही जानकारी शेयर की गई. इस तस्वीर के लिए हिन्दुस्तान टाइम्स के नितिन कनोत्रा को क्रेडिट दिया गया था.

आज तक की न्यूज रिपोर्ट में इस घटना के बारे में बताया गया कि जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में 13 जून 2018 को पाकिस्तान की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अचानक हुई गोलीबारी में बीएसएफ के चार जवान शहीद हो गए थे. इस गोलीबारी में शहीद जवानों में एक असिस्टेंट कमांडेंट जितेंद्र सिंह, सब-इंस्पेक्टर रजनीश कुमार, असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर रामनिवास और कांस्टेबल हंसराज गुर्जर शामिल थे. न्यूज एजेंसी एएनआई ने इनकी फोटो भी शेयर की थीं.



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