सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और संजय दत्त बांग्लादेश में ईशनिंदा के आरोप में हुई दीपू चंद्र दास की मॉब लिंचिंग को सही ठहराते नजर आ रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि सलमान खान और संजय दत्त के वायरल हो रहे वीडियो फर्जी हैं. दोनों वीडियो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से नकली आवाज जोड़ी गई है. एआई डिटेक्शन टूल्स Deepfake-O-Meter और Hiya ने भी इनके एआई जेनरेटेड होने की पुष्टि की है.
संजय दत्त का मूल वीडियो आठ साल पुराना और फिल्म 'भूमि' के प्रमोशन के दौरान का है. वहीं सलमान खान वाला वीडियो भी साल 2023 का है.
गौरतलब है कि 18 दिसंबर 2025 को बांग्लादेश के मयमनसिंह में ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला. इस घटना के बाद भारत सहित दुनिया भर में इसकी निंदा की गई और कई हिंदू संगठन इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए. वहीं जान्ह्वी कपूर समेत कई बॉलीवुड एक्टर्स ने भी घटना की आलोचना की है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर वायरल हो रहे करीब 25 सेकंड के इस वीडियो में अभिनेता संजय दत्त कहते हैं,"बांग्लादेश में दीपू चंद्र के साथ जो हुआ वह बहुत ही अच्छा हुआ. देखो मैं एक सच्चा हिंदू हूं और मैं कभी भी गलत का साथ नहीं देता हूं. दीपू चंद्र ने जिस तरह से मुसलमानों के प्यारे नबी की शान में गुस्ताखी की, ये तो उसके साथ होना ही था..." (आर्काइव लिंक)
वहीं फेसबुक पर वायरल एक अन्य वीडियो में दिखाया गया कि सलमान खान दीपू चंद्र दास की हत्या पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और कह रहे हैं कि "भारत में हर दिन न जाने कितने मुसलमानों को मारा जाता है, चाहे गाय हत्या के नाम पर, चाहे जय श्री राम के नाम पर. इन सब पर कोई बात नहीं करता क्योंकि मुसलमान है ना. पर जब बांग्लादेश में दीपू चंद्रा को इसलिए मारा गया क्योंकि उसने हमारे प्यारे नबी की शान में गुस्ताखी की थी. इसे लेकर कुछ गोबर भक्त सारे मुसलमानों के खिलाफ नफरत उगलने शुरू कर दिए हैं..." (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
हमने सलमान खान और संजय दत्त के वायरल वीडियो की अलग-अलग जांच की और पाया कि दोनों ही वीडियो एआई की मदद से एडिट किए गए हैं.
वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि संजय दत्त और सलमान खान के होठों के मूवमेंट उनकी बातों से मेल नहीं खाते. इसके अलावा उनकी आवाज में कई भाषाई और मात्रात्मक त्रुटियां भी सुनाई देती हैं जो आमतौर पर एआई जनरेटेड डीपफेक कंटेंट में पाई जाती हैं.
संजय दत्त का यह वीडियो करीब आठ साल पुराना है
हमें एनडीटीवी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 11 सितंबर 2017 का अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जो संजय दत्त के वायरल वीडियो से मेल खा रहा था. इससे यह तो स्पष्ट था कि वीडियो पुराना है.
वीडियो में संजय दत्त वायरल वीडियो वाले समान कपड़े और बैकग्राउंड के साथ दिखाई देते हैं. हमने पाया कि मूल वीडियो उनकी फिल्म भूमि के प्रमोशन के दौरान का है, जिसमें वे भारत में महिलाओं और बच्चों की असुरक्षा के मुद्दे पर अपनी बात रख रहे थे. साफ है कि यह वीडियो बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की हत्या की घटना से काफी पहले का है.
एआई डिटेक्टर टूल्स ने क्या बताया
पड़ताल के लिए हमने वीडियो और इसकी आवाज को एआई डिटेक्टर टूल DeepFake-O-Meter पर चेक किया. DeepFake-O-Meter के ज्यादातर मॉडल्स ने संकेत दिया कि ये आवाज एआई जनरेटेड है. इसके लिप-सिंक्ड डीपफेक डिटेक्शन मॉडल ने इसे शत प्रतिशत फेक बताया, जिससे साफ कि वीडियो की आवाज होंठों के मूवमेंट से मेल नहीं खाती यानी इसके साथ छेड़छाड़ की गई है.
पुष्टि के लिए हमने आवाज को डीपफेक वॉयस डिटेक्टर टूल Hiya पर भी चेक किया. Hiya ने आवाज को 5/100 का ऑथेंटिसिटी स्कोर दिया, जो इसके डीपफेक होने की संभावना को दर्शाता है.
सलमान खान वाला वीडियो साल 2023 का है
रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें मीडिया एजेंसी Pinkvilla के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 27 नवंबर 2023 का पोस्ट किया गया मूल वीडियो मिला. Pinkvilla के साथ हुई इस बातचीत में सलमान खान अंग्रेजी में अपने एक्टिंग करियर के उतार-चढ़ाव, अनुभवों, अपने पिता के सलाहों, किस्मत और मेहनत पर चर्चा करते नजर आते हैं. स्पष्ट है कि इस वीडियो का भी बांग्लादेश में हुई हत्या की घटना से कोई संबंध नहीं है.
एआई डिटेक्टर टूल्स ने इसे भी फेक बताया
हमने सलमान खान के वीडियो और इसकी आवाज को भी DeepFake-O-Meter पर चेक किया. DeepFake-O-Meter के Dual Label Deepfake Video Detection मॉडल ने वीडियो के एआई जनित होने की संभावना 99.9 प्रतिशत बताई. वहीं इसके ज्यादातर मॉडल्स ने स्पष्ट संकेत दिए कि इसकी आवाज भी एआई जनरेटेड है.
बूम इससे पहले भी अभिनेता संजय दत्त, शाहरुख खान और सलमान खान के वायरल हो रहे कुछ ऐसे फर्जी वीडियो का फैक्ट चेक कर चुका है, जिनमें उन्हें हिजाब विवाद के संदर्भ में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए दिखाया गया था. रिपोर्ट यहां, यहां और यहां पढ़ें.


