सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के नाम से एक पत्र वायरल हो रहा है. पत्र के साथ दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. आगे कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चुनाव में उनके समर्थकों को जगह न मिलने से वह नाराज थे.
गौरतलब है कि आगामी नवम्बर में 15 तारीख़ को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया जाएगा. सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणाएं कर रही हैं. कांग्रेस ने 15 अक्टूबर को 140 सीटों के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है. इसी सन्दर्भ कहा जा रहा है कि इन प्रत्याशियों के चयन में दिग्विजय सिंह के समर्थकों को जगह नहीं दी गयी जिससे नाराज हो गए और उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल पत्र फ़र्ज़ी है और इसके साथ किया जा रहा दावा ग़लत है.
वायरल पत्र कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सम्बोधित करते हुए लिखा गया है. पत्र में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा दिग्विजय सिंह को अनदेखा करने की बात भी कही गयी है.
पत्र में दिग्विजय सिंह के हवाले से लिखा गया है कि 'मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के चयन में मेरे द्वारा दिए गए नामों पर विचार नहीं किया गया है. निष्ठावान कार्यकताओं को तरजीह नहीं दिए जाने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है. मैं अब एक ऐसे पड़ाव पर पहुंच गया हूं जहां मुझे लगता है कि मैं अब ऐसे अन्यायपूर्ण माहौल में नहीं रह सकता.भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं. कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पद से इस्तीफा देता हूं.'
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने पत्र की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, "कांग्रेस सांसद, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस की प्रथम सदस्यता से इस्तीफा दिया। कांग्रेस ने आज ही मध्य प्रदेश चुनावों के लिए अपनी पहली सूची जारी की है,जिससे आहत होकर दिग्गी चचा ने इस्तीफा दिया।"
इस पत्र को फ़ेसबुक पर अनेक यूज़र्स ने शेयर किया है. जिसे यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी यूज़र्स ने इस पत्र को असल मानते हुए शेयर किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च किया. हमें 15 अक्टूबर 2023 का कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का ट्वीट मिला जिसमें वायरल पत्र भी सलंग्न है. ट्वीट में उन्होंने अपने इस्तीफे के दावे को खारिज करते हुए कहा कि "भाजपा झूठ बोलने में माहिर है. मैंने 1971 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी. पद के लिए नहीं बल्कि विचारधारा से प्रभावित हो कर जुड़ा था और जीवन की आख़िरी साँस तक कांग्रेस में रहूँगा. इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कर रहा हूँ."
इसके अतिरिक्त, दिग्विजय सिंह का एक और ट्वीट मिला जिसमें उन्होंने मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा भोपाल साइबर सेल डीसीपी को लिखे शिकायत पत्र को पोस्ट किया. पत्र को पोस्ट करते हुए दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश के डीजीपी को इस पर कार्यवाही करने का आग्रह किया. पत्र में कांग्रेस ने भाजपा के प्रवक्ता हितेश वाजपेयी पर फ़र्ज़ी लेटर हेड और फ़र्ज़ी हस्ताक्षर कर पत्र को सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का आरोप लगाया है और उनपर कार्रवाई करने की मांग की.
इस सम्बन्ध में राज्य चुनाव आयोग को लिखा गया पत्र भी हमें मिला.
आगे और पड़ताल करने पर 15 अक्टूबर 2023 का न्यूज़ एजेंसी एएनआई का वीडियो ट्वीट मिला जिसमें इस्तीफे के इस वायरल पत्र के बारे में दिग्विजय सिंह से सवाल करने पर वह कहते हैं, "बड़ा फ़र्ज़ी काम करती है भाजपा. मैंने 1971 में कांग्रेस को ज्वाइन किया और आखिरी सांस तक कांग्रेस में रहूंगा."
बूम ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से भी संपर्क किया है. उनका जवाब आते ही स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.
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