सोशल मीडिया पर न्यूज चैनल IndiaTV का एक वीडियो वायरल है जिसमें पत्रकार रजत शर्मा कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बिमल छाजेड़ की कार दुर्घटना में मौत की जानकारी दे रहे हैं. वायरल वीडियो में एक पुलिस अधिकारी का भी बयान है जिसका चेहरा ब्लर कर दिया गया है.
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो फेक है. इसमें AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल किया गया है. डॉ. बिमल छाजेड़ ने खुद इस खबर का खंडन किया है.
वायरल वीडियो की शुरुआत में रजत शर्मा को कहते हुए सुना जा सकता है, 'आज विवादास्पद साक्षात्कार के बाद डॉ बिमल छाजेड़ की कार में विस्फोट हो गया. डॉ. बिमल छाजेड़ कई वर्षों से न्याय की लड़ाई लड़ रहे थे. फार्मास्युटिकल कंपनियों को धोखेबाज और यहां तक कि बेवकूफ कह कर संबोधित करते थे.'
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'इंसानियत को बचाने के लिए ड्रग्स माफिया के खिलाफ जाने वाले डॉक्टर बिमल छाजेड़ की मौत.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
यह मैसेज वॉट्सऐप पर भी खूब फॉरवर्ड किया जा रहा है. इस क्रम में यह बूम के हेल्पलाइन नंबर भी प्राप्त हुआ.
फैक्ट चेक: वायरल वीडियो फेक है
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब डॉ. बिमल छाजेड़ की मौत से जुड़ें कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया तो हमें इससे जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली.
इसके बाद हमने वीडियो की जांच के लिए इसे AI डिटेक्टर टूल Hive Moderation से सर्च किया हमें वीडियो की वॉइस के एआई जनरेटेड होने की संभावना 99.9 फीसदी बताई गई.
साथ ही AI डिटेक्टर टूल Truemedia.org से जांच करने पर वायरल वीडियो की वॉइस AI जनरेटेड होने की संभावना 100 फीसदी जताई गई.
इसके अलावा वीडियो के अलग कीफ्रेम को जब गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें रजत शर्मा और वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिस अधिकारी के क्लिप का मूल वीडियो मिला.
हमें वायरल वीडियो में पत्रकार रजत शर्मा की क्लिप का मूल वीडियो India TV के यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे 2 अक्टूबर 2024 को अपलोड किया गया था. इसमें 30:36 मिनट के टाइम फ्रेम पर वायरल क्लिप को देखा जा सकता है.
इसके अलावा वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिस अधिकारी कश्मीर के आईजीपी वीके बिर्डी हैं, जो मूल वीडियो में कुलगाम मुठभेड़ के बारे में बता रहे थे.
साथ ही डॉ. बिमल छाजेड़ ने भी एक वीडियो जारी कर अपनी मौत की खबर को फेक बताया है.
कौन हैं डॉ विमल छाजेड़
डॉ विमल छाजेड़ 'साओल- साइंस एंड आर्ट ऑफ लिविंग' नामक संस्था के संस्थापक हैं जो हृदय रोग के उपचार और रिसर्च के क्षेत्र में काम करती है. इससे पहले वह नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सीनियर रेजिडेंट और सहायक प्रोफेसर के रूप में काम कर चुके हैं. डॉ विमल छाजेड़ हृदय रोग और स्वास्थ्य से जुड़ी 70 किताबें लिख चुके हैं. उन्हें राजीव गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.