बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मोकामा के बाहुबली नेता और जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह को जनसुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर अनंत सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पटना स्थित बेऊर जेल के बाहर पुलिस उनका सामान उठाती नजर आ रही है.
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर बिहार पुलिस की आलोचना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस अनंत सिंह को स्पेशल ट्रीटमेंट देते हुए उनका सामान ढो रही है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि अनंत सिंह की हालिया गिरफ्तारी से जोड़कर शेयर किया जा रहा यह वीडियो करीब तीन महीने पुराना है. असल में वीडियो अगस्त 2025 का है, तब अनंत सिंह को शूटआउट से जुड़े एक मामले में पटना के बेऊर जेल से रिहा किया गया था.
बिहार के मोकामा में 30 अक्टूबर को जनसुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई. मोकामा, पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों में से एक है. बिहार चुनाव में इस सीट से जदयू के उम्मीदवार पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह मैदान में हैं वहीं जनसुराज पार्टी ने पीयूष प्रियदर्शी को टिकट दिया है. दुलारचंद के परिवार ने उनकी हत्या का आरोप अनंत सिंह पर लगाया जिसके बाद एक नवंबर की रात को उनकी गिरफ्तारी हो गई. इस मामले में अनंत सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, वहीं नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
सोशल मीडिया पर अनंत सिंह की हालिया गिरफ्तारी के बाद उनका यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इसमें उनके साथ चल रहा एक पुलिसकर्मी एक सूटकेस और पंखा उठाए दिख रहा है. इस सामान को अनंत सिंह का बताते हुए यूजर इसकी काफी आलोचना कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस आपराधिक गतिविधियों में शामिल अनंत सिंह का सामान उठा रही है.
एक्स पर भोजपुरी लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस उनका सामान ढो रही है. (आर्काइव लिंक)
फेसबुक पर एक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, 'दुनिया भर की पुलिस अपराधियों को अपराधी की तरह ट्रीट करती है, एक तरफ हमारी बिहार पुलिस है जो अपराधियों को इंसान की तरह ट्रीट करती है. देखिए कैसे एक पुलिस वाला आतंकी अनंत सिंह का पंखा और ब्रीफकेस लिए है. इस तरह की पुलिसिंग पूरी दुनिया के लिए एक केस स्टडी बन सकती है.' (आर्काइव लिंक)
इंस्टाग्राम पर भी यह वीडियो हालिया बताकर इसी दावे के साथ बड़े पैमाने पर वायरल है. (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
बूम ने पड़ताल के दौरान पाया कि अनंत सिंह के करीब तीन महीने पुराने वीडियो को भ्रामक तरीके से शेयर किया जा रहा है.
वीडियो अगस्त 2025 का है
वीडियो से संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें एनडीटीवी की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के विजुअल मौजूद थे. रिपोर्ट में बताया गया कि मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह लगभग सात महीने जेल में रहने के बाद 6 अगस्त 2025 को पटना के बेऊर जेल से रिहा हो गए.
अनंत सिंह इस साल जनवरी में मोकामा के पचमहला थाना क्षेत्र में हुई गोलीबारी के एक मामले में जेल गए थे. तब अनंत सिंह का सोनू-मोनू गिरोह के साथ विवाद हो गया था जिसके बाद सोनू-मोनू के अलावा अनंत सिंह को भी जेल भेजा गया था.
अगस्त में जेल से बाहर के आने बाद अनंत सिंह ने जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था.
स्थानीय चैनलों पर मौजूद है वीडियो
बिहार के डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म Live Cities Media Private Limited और News18 MP Chhattisgarh के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी इससे संबंधित वीडियो रिपोर्ट देख सकते हैं, इनमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य शामिल हैं. इन दोनों चैनलों पर भी यह वीडियो 6 अगस्त को अपलोड किया गया है, जो पुष्टि करता है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि पुराना है.
इन रिपोर्ट के मुताबिक भी यह पूर्व विधायक अनंत सिंह के करीब सात महीने बाद पटना के बेऊर जेल से रिहा होने का वीडियो है.
इसके अलावा, एक्स पर एक वायरल वीडियो के रिप्लाई में पटना जिला प्रशासन के आधिकारिक हैंडल से भी स्पष्ट किया गया कि यह वीडियो पुराना है.


