सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस नेताओं का माला पहनाकर स्वागत करते नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं के स्वागत में भूपेश बघेल ने जो माला पहनाई है वह असल में शुद्ध सोना की है. इसके साथ ही सोशल मीडिया यूज़र्स मांग कर रहे हैं कि कांग्रेस सोने की माला और अधिवेशन में हुए ख़र्च को सार्वजनिक करे.
हालांकि, बूम की जांच में वायरल दावा फ़र्ज़ी निकला. कांग्रेस नेता प्रणव झा ने बूम को पुष्टि की कि वायरल वीडियो में नज़र आने वाली माला बांस की है जिसे बैगा जनजाति के कारीगरों ने बनाया है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस पार्टी का 85वां अधिवेशन चल रहा है. इस तीन दिवसीय अधिवेशन में भाग लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी और तमाम शीर्ष नेताओं सहित पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे हुए हैं.
एक ट्विटर यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “लगता है छत्तीसगढ़ में आलू से सोना बहुत ज़्यादा बन गया है, इस लिए मुख्यमंत्री महोदय ने सभी अतिथियों का स्वागत सोने की चैन पहना कर किया,, परम्परागत तो टीका लगा के, हाथ जोड़ के, फूल से स्वागत होता है.”
लगता है *छत्तीसगढ़ में आलू से सोना बहुत ज़्यादा बन गया है*,, इस लिए मुख्यमंत्री महोदय ने *सभी अतिथियों का स्वागत सोने की चैन पहना कर किया* ,, परम्परागत तो टीका लगा के, हाथ जोड़ के, फूल से स्वागत होता है❗ 🙏🙏 pic.twitter.com/Lmgy3FJNmw
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. अन्य ट्वीट यहां देखें.
अश्विनी त्रिपाठी नाम के फ़ेसबुक यूज़र ने वीडियो के साथ लिखा, “लगता है छत्तीसगढ़ में आलू से सोना बहुत ज़्यादा बन गया है... इस लिए छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री बघेल साहब ने सभी अतिथियों का स्वागत सोने की चैन पहना कर किया। परम्परागत तो टिका लगा कर हाथ जोड़ कर फुल से स्वागत होता है। आम छत्तीसगढिय़ा को तो गोबर बिनने पर लगा दिया है और छत्तीसगढ का धन काँग्रेस नेताओ की सेवा में लगा दिया है...काँग्रेस अधिवेशन पर हुए खर्चो को सार्वजनिक किया जाए और बताया जाए की सोने के चैन पर कितना खर्च आया...और इसप्रकार के कितने सोने के चैन बनवाये गये? ताकि जन-धन के खर्चो का सार्वजनिक विवरण पता चल सके...”