दावा: प्रयागराज में होने वाले महाकुम्भ का अध्भुत दृश्य।
रेटिंग: झूठ
सच्चाई: ये फोटो दरअसल सऊदी अरब में वार्षिक रूप से आयोजित हज यात्रा की है । इन तस्वीरों को प्रयागराज में होने वाले अर्धकुम्भ के नाम से वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रही फोटो हकीकत में मीना शहर में हज के दौरान हाजियो के लिए एक पड़ाव की आरामगाह टेंट की तस्वीरें है। सोशल मीडिया पर ये तस्वीरें धड़ल्ले से वायरल की जा रही है। इन तस्वीरों को प्रयागराज में होने वाले जनुअरी 2019 के अर्धकुम्भ मेले के साथ जोड़ कर देखा जा रहा है। फ़ेसबुक पर इस तस्वीर को
'पल्स ऑफ़ इंडिया' ,
'कुमार अजय आनंद' और अन्य अकाउंट पर देखा जा सकता है।
Full View सऊदी अरब के मक्का शहर में की जाने वाली हज यात्रा मुस्लिमो के लिए सबसे पवित्र है। कोई भी मुस्लिम जो शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हो वो अपने जीवन में एक बार हज यात्रा जरूर करता है । ज्ञात रहे की इस्लामिक वर्ष ग्रेगोरियन( अंग्रेजी ) वर्ष की तुलना में ग्यारह दिन छोटा होता है। यही कारण है की हज की अंग्रेजी तारिख हर वर्ष बदल जाती है। वायरल की गई तस्वीर में टेंट के आकार और शैली को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है की यह तस्वीर
अर्धकुम्भ मेले की नहीं बल्कि मक्का के शहर में स्थित मीना की है।
गूगल रिवर्स इमेज से हमें अंदाजा हुआ की कई ऑनलाइन वेबसाइट्स मीना शहर के टेंट्स की तरह की आकृति वाले टेंट्स की ओर इशारा कर रहे थे ।
हालांकि, उनमें से कोई भी आधिकारिक स्रोत नहीं थे। इसलिए, हमने सटीक स्थान खोजने के लिए अन्य टूल का उपयोग किया। छवि अवलोकन से सड़क पर महिलाए चलती हुई नज़र आती है । इससे पता चलता है की यह हिंदू तीर्थयात्रा की जगह नहीं है ।
सऊदी अरब में 'सफेद तंबू' के लिए एक मूल गूगल रिवर्स इमेज ने मीना घाटी के परिणाम दिखाए। मीना घाटी के नीचे की छवि में देखे गए तंबू विवादित तस्वीर के बिलकुल एक समान हैं। तम्बू के ऊपर स्थित एक शंकु संरचना के साथ तंबू का एक असाधारण पैटर्न नज़र आता है। इसके अलावा, जिस तरीके से एयर कंडीशनर रखा जाता है वह भी दिखाई पड़ता है ।
उत्तर प्रदेश में कुंभ के मेले के नीचे दिए गए तंबू से ये तंबू स्पष्ट रूप से अलग हैं।
Source: https://kumbh.gov.in/hi/gallery लोकेशन में दिखाई गई छवि किंग खालिद ब्रिज के बिलकुल ही बगल है । हमने गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये मीना घाटी की छवि का सटीक स्थान ढूंढने का निर्णय लिया। छवि में दिखाया गया फ्लाईओवर ऐतिहासिक है।
बूम ने गूगल रिवर्स इमेज कर फ्लाईओवर स्थित पाया और इसे किंग खालिद ब्रिज और मीना घाटी में
विलय पाया।
गूगल नेविगेट करने पर, बूम ने पाया कि पुल की ओर सड़क के साथ देखा गया बुनियादी ढांचा छवि में दिखाई देने जैसा ही है। यहां, कुछ विशेषताएं हैं जिन्हें हमने परखा है ।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के जरिये भी यह देखा जा सकता है । यूट्यूब पर दिए गए इस वीडियो में
मीना शहर के टेंट्स का दोपहर का नज़ारा देखा जा सकता है। https://youtu.be/EWXam5zs3m0