हिंदी सिनेमा इंडस्ट्री के प्रसिद्द अभिनेता आमिर खान और पाकिस्तान के जाने-माने प्रचारक और धर्मगुरु मौलाना तारिक़ जमील की एक साथ ली गयी इस तस्वीर को फ़ेसबुक पर इस संदेश के साथ वायरल किया गया है:
असलियत सामने आने पर ऐसे लोगों को लगता है, यह देश अब रहने लायक नहीं |
Full View इस पोस्ट का आर्काइव्ड संस्करण
यहां देखें | रिपोर्ट लिखे जाने तक ये पोस्ट (तस्वीर और संदेश)
दिलीप सिंह नामक शख़्स के फ़ेसबुक पेज से करीब आठ हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया जा चूका है | तस्वीर के ठीक नीचे ये संदेश भी लिखा हुआ है -
अगर आप कमैंट्स सेक्शन को देखें तो साफ़ पता चलता है की लोगों में इस तस्वीर को लेकर काफ़ी नाराज़गी है |
फ़िलहाल ये पोस्ट काफ़ी वायरल हो चूका है और फ़ेसबुक के कई ग्रुप्स पर धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है |
दूसरा पहलु आपको बता दे की यह तस्वीर दरअसल वर्ष 2012 की है जब आमिर हज यात्रा पर मक्का गए हुए थे | इसी दौरान मौलाना तारिक़ जमील ने, जो उस वक्त खुद भी हज कर रहे थे, आमिर से मुलाकात की | इस बात का ज़िक्र बाद में खुद तारिक़ जमील ने एक यूट्यूब वीडियो पर किया है | वीडियो नीचे देखें |
Full View मौलाना ने इस वीडियो में बताया है की कैसे पाकिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज़ शाहिद अफरीदी ने आमिर से मिलने में उनकी मदद की थी | मौलाना आगे ये भी कहते हैं की आमिर से उनकी मुलाकात इसी यात्रा के दौरान दोबारा मदीना में हुई थी | यहां देखिये आमिर और तारिक़ जमील के मुलाकात की एक क्लिपिंग |
Full View विवाद का जड़ आपको याद दिला दें की वर्ष 2015 में आमिर खान का एक बयान काफ़ी विवादों के घेरे में आया था | नई दिल्ली में हो रहे रामनाथ गोएंका अवार्ड्स फंक्शन में आमिर ने देश में 'बढ़ते असहिष्णुता' पर कहा था की उनकी पत्नी ने इस दौर में बढ़ती हुई असहिष्णुता को देखकर उनसे पूछा था की 'क्या उन्हें देश छोड़ कर चले जाना चाहिए ?' आमिर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया, खासकर ट्विटर पर, ट्रॉल्स ने काफ़ी शोर शराबा किया था | हालांकि आमिर ने बाद में कहा भी था की उनके इस बयान को गलत सन्दर्भ में लिया जा रहा है मगर सोशल मीडिया काफ़ी दिनों तक इस मुद्दे पर गर्म रहा |
फ़ेसबुक पर कई सारे पेजों पर शेयर किये गए इस पोस्ट के साथ जोड़े गए संदेश को यदि पढ़ा जाए तो ये ज़ाहिर होता है की वर्ष 2015 के उस बयान ने आमिर का पीछा अब तलक नहीं छोड़ा है | तस्वीर पर लिखा वाक्य:
असलियत सामने आने पर ऐसे लोगों को लगता है, यह देश अब रहने लायक नहीं |
कौन हैं तारिक़ जमील? जमील एक पाकिस्तानी प्रचारक, धर्मगुरु और देओबंदी विद्वान हैं | वो इस्लामाबाद में एक मदरसा भी चलाते हैं और उनके व्याख्यान इंटरनेट पर आसानी से मिल सकते हैं | जमील का इस्लामिक प्रचारक ज़ाकिर नाईक का एक वीडियो पर तारीफ़ करना उन्हें विवादों के घेरे में लाता है |
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