Boom Live
  • फैक्ट चेक
  • एक्सप्लेनर्स
  • फास्ट चेक
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • बिहार चुनाव 2025
  • वेब स्टोरीज़
  • राजनीति
  • वीडियो
  • Home-icon
    Home
  • Authors-icon
    Authors
  • Careers-icon
    Careers
  • फैक्ट चेक-icon
    फैक्ट चेक
  • एक्सप्लेनर्स-icon
    एक्सप्लेनर्स
  • फास्ट चेक-icon
    फास्ट चेक
  • अंतर्राष्ट्रीय-icon
    अंतर्राष्ट्रीय
  • बिहार चुनाव 2025-icon
    बिहार चुनाव 2025
  • वेब स्टोरीज़-icon
    वेब स्टोरीज़
  • राजनीति-icon
    राजनीति
  • वीडियो-icon
    वीडियो
  • Home
  • फैक्ट चेक
  • भुवनेश्वर में निष्कासन के वीडियो को...
फैक्ट चेक

भुवनेश्वर में निष्कासन के वीडियो को जोड़ा जा रहा है यूपी में एंटी-सीएए विरोध से

बूम ने पाया कि वीडियो भुवनेश्वर नगर निगम द्वारा अवैध अतिक्रमण के ख़िलाफ चलाए गए निष्कासन अभियान का एक हिस्सा है।

By - Swasti Chatterjee |
Published -  10 Feb 2020 3:35 PM IST
  • भुवनेश्वर में निष्कासन के वीडियो को जोड़ा जा रहा है यूपी में एंटी-सीएए विरोध से

    एक बेदखली अभियान के तहत ओडिशा के भुवनेश्वर में सब्जी और फलों की गाड़ियों को तोड़ने का वीडियो झूठे दावों के साथ वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का है।

    वीडियो में एक विशाल एक्सकैवेटर दिखाया गया है जो फलों और सब्जियां ले जाने वाली लकड़ी की गाड़ियों को तोड़ रहा है। अधिकारी इस काम का निरीक्षण कर रहे हैं। एक-एक कर गाड़ियां तोड़ी जा रही हैं। भीड़ खड़ी इस पूरी विध्वंस प्रक्रिया को देख रही है। यह वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है। इस फ़ैक्ट चेक को लिखे जाने तक इस वीडियो को य 13,000 से अधिक बार देखा गया और 755 से ज्यादा बार शेयर किया गया है।

    यह भी पढ़ें: जयपुर निष्काशन अभियान का वीडियो, एनआरसी के तहत कार्यवाही के तौर पर वायरल

    इस वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में लिखा है, "गरीबी मुक्त भारत बनाने की तैयारी। उत्तर प्रदेश से शुरू।"

    वीडियो का अर्काइव वर्शन देखने के लिए यहां क्लिक करें। यही वीडियो ट्विटर पर इस दावे के साथ फैलाया जा रहा है कि यह विध्वंस अभियान नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध का परिणाम है।

    गरीबी मुक्त भारत बनाने की तैयारी। 😥 #अंधी_बहरी_सरकार_है #शाहीनबाग_जीतेगा_मोदी_हारेगा #IndiaSupportsCAA pic.twitter.com/8uLLQZgEap

    — Laxmi Singh (@LaxmiSi02233022) February 6, 2020

    फ़ैक्ट चेक

    बूम यह पता लगाने में सक्षम था कि वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है, क्योंकि वीडियो में खड़े लोग जिस बोली में बात कर रहे हैं वह उत्तर प्रदेश में इस्तेमाल होने वाली बोली के समान नहीं है। प्रासंगिक कीवर्ड खोजों पर, हमें एक ओडिया समाचार चैनल बुलेटिन ओटीवी से फुटेज मिला जिसमें वही क्लिप शामिल है जो सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप में है।

    यह भी पढ़ें: क्या वीडियो से पता चलती है असम डिटेंशन सेंटर की क्रूरता?

    समाचार रिपोर्ट के अनुसार, यह एक निष्कासन प्रक्रिया का हिस्सा था जो इस साल जनवरी में भुवनेश्वर की यूनिट 1 मार्केट में आयोजित किया गया था।

    बूम ने दोनों वीडियो के कई फ्रेमों का मिलान किया जो इस बात को पुष्ट करते हैं कि घटना भुवनेश्वर में एक निष्कासन अभियान की है। नीचे दीवार की तरह संरचना की तुलना की गई है, जो ध्वस्त गाड़ियों के ढेर के पीछे देखा जा सकता है, एक्सकैवेटर और सुपरवाइजर को दोनों वीडियो में देखा जा सकता है।( एक्सकैवेटर जो दोनों वीडियो में दिखाई देते हैं। )

    ( एक्सकैवेटर जो दोनों वीडियो में दिखाई देते हैं। )

    निष्कासन ड्राइव के समान सुपरवाइज़रों को दोनों वीडियो में देखा जा सकता है।


    1 मिनट 52 सेकंड के निशान पर, काले रंग की टी-शर्ट में एक आदमी को एक हरे रंग की गाड़ी को एक्सकैवेटर की ओर धक्का देते हुए देखा जा सकता है, जबकि एक अन्य शख़्स इसका निरीक्षण करता है। वीडिय में उसी शख़्स को 25 सेकंड के निशान पर देखा जा सकता है।


    इसके अलावा, एक ही वायरल वीडियो भुवनेश्वर और नई दिल्ली से प्रकाशित एक पाक्षिक समाचार द न्यूज इनसाइट (टीएनआई) द्वारा ट्वीट किया गया था, जिसमें बताया गया था कि यह घटना ओडिशा की राजधानी के यूनिट 1 बाजार में की थी। इसे एक स्थानीय समाचार पोर्टल के फ़ेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया गया था।

    Visuals from the Eviction Drive near Unit-1 Market in #Bhubaneswar .@bmcbbsr @CMO_Odisha @Naveen_Odisha @dpradhanbjp @SamirMohantyBJP @NPatnaikOdisha @AprajitaSarangi #TheNewsInsight #TNI #Odisha pic.twitter.com/XxKK4333o4

    — The News Insight (TNI) (@TNITweet) January 24, 2020


    पिछले कुछ महीनों में असंबंधित निष्कासन ड्राइव के कई वीडियो नागरिकता अधिनियम से ग़लत तरीके से जोड़े गए हैं।

    एक ऐसे दावे के लिए बूम द्वारा किया गया फ़ैक्ट चेक पढ़ें।

    यह भी पढ़ें: असम पुलिस ने उन लोगों की पिटाई की जो एनआरसी में नहीं हैं? फ़ैक्ट चेक

    Tags

    Odisha eviction drive
    Read Full Article
    Claim :   वीडियो में उत्तर प्रदेश में गरीबों पर निष्कासन कार्यवाही दिखाई गयी है
    Claimed By :  Facebook and Twitter handles
    Fact Check :  False
    Next Story
    Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors.
    Please consider supporting us by disabling your ad blocker. Please reload after ad blocker is disabled.
    X
    Or, Subscribe to receive latest news via email
    Subscribed Successfully...
    Copy HTMLHTML is copied!
    There's no data to copy!