यह ईरानी जनरल सुलेमानी पर ड्रोन हमले का क्लिप नहीं है
मोबाइल वीडियो गेम के वीडियो फुटेज़ को सुलेमानी पर अमेरिकी ड्रोन हमला बता कर ग़लत तरीके से शेयर किया जा रहा है।
एक वायरल वीडियो क्लिप के साथ दावा किया जा रहा है कि यह ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मारने वाले ड्रोन हमले का वीडियो है। यह दावा झूठ है, क्योंकि वीडियो एक मोबाइल वीडियो गेम का फुटेज़ है।
गेम का टाइटल 'AC-130 गनशिप सिम्युलेटर: स्पेशल ऑप्स स्क्वाड्रन' है और गेम के डेवलपर, बाइट कंवायर स्टूडियो ने इस फुटेज़ को यूट्यूब पर जारी किया है।
वीडियो में वाहनों के काफिले पर चलाई जा रही बुलेट राउंड की हवाई कल्पना को दिखाया गया है, कारों में एक के बाद एक विस्फोट हो रहे हैं।
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वीडियो में थर्मल इमेजरी दिखाई देती है, और कारों को उनके हीट सिग्नेचर के माध्यम से देखा जा सकता है। बाद में वीडियो में, हीट सिग्नेचर घटनास्थल से भागते हुए भी दिखाता है। पूरे वीडियो में, रेडियो जैसे लगने वाले यंत्र पर हो रहे बातचीत को भी सुना जा सकता है, जिससे हवाई अभ्यास वास्तविक लगता है। वीडियो को नीचे देखा जा सकता है।
3 जनवरी को, क़ुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल, सुलेमानी इसी तरह की परिस्थितियों में एक हवाई हमले से मारे गए थे। संयुक्त राज्य अमेरिका (अमेरिका) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर, अमेरिका ने एक मोटर काफिले पर हवाई हमला किया जिसमें सुलेमानी, और एक ईरानी समर्थित इराकी मिलिशिया के नेता मारे गए। जबकि अमेरिका ने कहा कि इस हमले को अंजाम देने के लिए अमेरिका के रीपर ड्रोन तैनात किए गए हैं, ईरानियों ने कहा कि हमला हेलीकॉप्टर द्वारा किया गया था। सुलेमानी को ईरान में दूसरा सबसे शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता था, और इस घटना ने ईरान और अमेरिका के बीच ताजा तनाव पैदा कर दिया था।
बूम को हमारे व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन (7700906111) पर "सुलेमानी पर ड्रोन हमले" कैप्शन के साथ कई बार भेजा गया है।
आगे की पड़ताल करने पर, बूम ने पाया कि वीडियो ट्विटर और फ़ेसबुक पर फैला हुआ है।
#SoleimaniKilling
— NIRUPAM (@NIRUPAMACHARJE1) January 6, 2020
Camera capturing American drone attack on #Soleimani .
America & India only nations showcasing perfected surgical strikes on Terror States. pic.twitter.com/v62GU1FWrI
Footage of American drone attack on Soleimani 🇮🇷
— Umapathi (@rathod3167) January 6, 2020
Sadness is they are not even leaving people running with fire to save their life..! #WorldWarlll #WorldWarThree #Soleimani #USAIranWar #Iranattack #Iranians pic.twitter.com/YlPXbHOABw
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो को कीफ्रेम में तोड़ा और उनका इस्तेमाल करते हुए रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च के जरिए हम यूट्यूब पर बाइट कॉन्वोर स्टूडियो द्वारा अपलोड किए गए वीडियो तक पहुंचे, जिन्होंने वीडियो को अपने गेम के विकासात्मक फुटेज़ के रूप में अपलोड किया है। यह वीडियो 25 मई, 2015 का है, यानी सुलेमानी पर हुए हमले से 4 साल पहले। वीडियो के जरिए एक एसी -130 गनशिप की हमले क्षमताओं को दिखाने की कोशिश की गई है।
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वीडियो को नीचे देखा जा सकता है, और यह वायरल वीडियो से मेल खाता है।
इसके अलावा, डेवलपर द्वारा वीडियो में ऊपर-दाएं कोने में एक संदेश है, जिसमें लिखा है, "विकास फुटेज़। यह प्रगति में काम कर रहा है। सभी सामग्री परिवर्तन के अधीन है।"
यही वीडियो पहले भी रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा एक हाई-प्रोफाइल चूक के कारण सुर्खियों में था। 2017 में, रूसियों ने इस वीडियो को सबूत के रूप में शेयर किया कि अमेरिका तथाकथित इस्लामिक स्टेट (जिसे आईएस या आईएसआईएस भी कहा जाता है) का समर्थन कर रहा था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बाद में वीडियो को हटा लिया था।
Russia posts video game screenshot as 'proof' of US helping IS https://t.co/JJzghtOugp
— BBC News (World) (@BBCWorld) November 14, 2017
पहले भी वीडियो गेम फुटेज़ इस दावे के फैलाया गया था कि यह आईएस के आतंकवादियों को मार गिराने वाले अमेरिकी बलों का फुटेज़ है। तब भी बूम ने इसे ख़ारिज किया था।
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