
क्या एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राफ़ेल को भारत लाने वाले पायलट्स में शामिल थे?
बूम ने वायु सेना से संपर्क कर इस बात की पुष्टि की है की राठेर फ़्रांस में भारत के एयर अटाशे हैं और उन्होंने राफ़ेल जेट को भारत तक पायलट नहीं किया है

वायरल पोस्ट्स जो यह दावा कर रहें हैं की वायु सेना के एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राठेर ने फ़्रांस से भारत लाये गए पांच में से एक राफ़ेल जेट को पायलट किया था, गलत हैं | जानकारी के लिए बता दें की 29 जुलाई को पांच राफ़ेल लड़ाकू जेट्स फ्रांस से भारत लाए गए थे |
बूम ने भारतीय वायु सेना से संपर्क किया और पुष्टि की कि राठेर इस वक़्त फ्रांस में भारत के एयर अटाशे हैं और वह भारत लाये गए राफ़ेल जेट्स के पायलट नहीं थे |
न्यूज़ रिपोर्ट्स के अनुसार राठेर ने फ्रांस से भारत आ रहे राफ़ेल जेट्स के पहले दस्ते को 27 जुलाई को फ्रांस के बौर्डिओक्स-मेरीगनेक फैसिलिटी से रवाना किया था | यही पांच राफ़ेल भारत के अम्बाला एयर फ़ोर्स बेस पर 29 जुलाई को उतरे | इसके बारे में यहाँ और पढ़ें |
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ भारतीय वायु सेना के सात पायलटों ने पांच रफाल - तीन 1 सीटर और दो 2 सीटर - फ्रांस से भारत लेकर आये थे |
लड़ाकू जेट के स्टंट प्रदर्शन का वायरल वीडियो राफेल नहीं है
वायरल पोस्ट (आर्काइव) एक कोलाज है जिसमें हिलाल अहमद को राफ़ेल के साथ देखा जा सकता है | इसके साथ हिंदी में कैप्शन कुछ यूँ है 'रफ़ाल उड़ाने वाले हिलाल, ये हैं एयर कोमडोर हिलाल अहमद राठेर. जो मूल रूप से कश्मीर से हैं. भारत आ रहे पहले रफ़ाल लड़ाकू विमान को ये ही उड़ा रहे हैं. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग ज़िले के रहने वाले हिलाल ने सैनिक स्कूल से पढ़ाई की है. वो 1988 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए थे. हिलाल इससे पहले मिग-21, मिराज 2000 और किरण एयरक्राफ़्ट उड़ा चुके हैं. उन्हें वायू सेना मेडल मिल चुका है. 2016 में विशिष्ट सेवा मेडल भी मिला है' |
बूम ने कुछ पुराने वीडियो भी पाए जिसमें राफ़ेल जेट हवा में कलाबाज़ियां करता दिख रहा है | इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है की एयर कमोडोर राठेर पायलट सीट पर थे जब राफ़ेल भारत आ रहा था |
पोस्ट (आर्काइव) के साथ कैप्शन में लिखा है 'भारत में 5 राफेल लडाकू विमानों का हुआ आगमन, जरा राफेल का और पायलट हिलाल अहमद का जलवा देखो" |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने कई न्यूज़ रिपोर्ट्स पढ़ें जो राफ़ेल जेट्स के भारत आने पर लिखे गए थे | हमें कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें ये ज़िक्र हो की भारतीय वायु सेना के अफ़सर राठेर राफ़ेल उड़ाकर भारत ला रहे हैं या लाएंगे |
रिपोर्ट्स यह जरूर कहती हैं की राठेर फ्रांस में भारत के एयर अटाशे हैं जिन्होंने राफ़ेल जेट्स की जल्द डिलीवरी में अहम् भूमिका निभाई है और पांच जेट्स के पहले बैच को फ़्रांस से भारत के लिए रवाना किया था |
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"रिपोर्ट्स कहती हैं की उन्होंने राफ़ेल की जल्द डिलीवरी में अहम् भूमिका निभाई है और इससे पहले राफ़ेल जेट्स पर भारतीय आवश्यकता के मुताबिक़ हथियार लगवाने से भी जुड़े रहे हैं," लाइव मिंट द्वारा 31 जुलाई को प्रकाशित लेख में बताया गया है |
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के एक रिपोर्ट में भी उल्लेख है की कैसे राठेर ने राफ़ेल की डिलीवरी होना सुनिश्चित किया और इस दौरान एक अहम् भूमिका निभाई |
बूम ने फिर भारतीय वायु सेना से संपर्क किया | सेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने पुष्टि की कि भारत लाये गए पांच राफ़ेल जेट्स में से किसी एक के भी पायलट एयर कोमोडोर राठेर नहीं थे |
"एयर कमोडोर हिलाल अहमद राठेर फ्रांस में भारत के एयर अटाशे हैं | उन्होंने कोई जेट नहीं उड़ाया है," नंदी ने बूम को बताया |
बूम को रक्षा मंत्री के कार्यालय के आधिकारिक हैंडल से किया गया एक भी ट्वीट मिला जिसमें एक आर्टिकल शेयर किया गया था | यह आर्टिकल राफ़ेलडील में राठेर कि भूमिका के बारे में और उनके अपने घर कश्मीर लौटने के बारे में बताता है |
IAF officer who played key role in Rafale delivery hero back home in Kashmir@timesofindia https://t.co/YJngsPBueB
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) July 29, 2020
वायरल वीडियो
बूम ने वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि सामान वीडियो यूट्यूब पर 30 सितम्बर 2016 को अपलोड किया गया था |
यूट्यूब पर वीडियो के कैप्शन में लिखा है 'दसौं रफाल | मोस्ट ब्रूटल जेट डिस्प्ले एवर ' |
यह वीडियो पैडीपत्रोने नामक चैनल पर अपलोड हुआ है | वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है "मैंने यह 2016 एयरपावर जो जेल्टवेग ऑस्ट्रिया में हुआ था, में शूट किया | मैं आपको बता सकता हूँ यह सबसे कठिन फिल्मांकन मैंने किया है | वो एयरक्राफ्ट भयानक तरह से दहाड़ रहा था |"
वीडियो नीचे देखें |
बूम ने जर्मनी में स्थित पैट्रिक नर्न से संपर्क किया जिन्होंने इस बात कि पुष्टि की कि वीडियो उनके द्वारा जेल्टवेग, ऑस्ट्रिया में 2016 में हुए एयरपावर 16 में शूट किया गया था |
हालांकि हम इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते हैं की राठेर ने पहले कभी राफ़ेल उड़ाया है या नहीं |
Claim Review : एयर कोमोडोर हिलाल अहमद भारत आ रहे पहले रफ़ाल लड़ाकू विमान को उड़ा रहे हैं
Claimed By : Facebook posts
Fact Check : False
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