नहीं, भीड़ ने केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन की पिटाई नहीं की है
वायरल क्लिप अक्टूबर 2016 की है, जब बीजेपी नेता सुब्रत मिश्रा पर टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से हमला किया गया था
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से पश्चिम बंगाल के एक बीजेपी (BJP) नेता की पिटाई का लगभग चार साल पुराना वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर झूठे दावे के साथ वायरल हो रहा है। वीडियो शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Harshvardhan) पर हमला किया गया है।
वायरल क्लिप में लोगों की भीड़ को एक आदमी की पिटाई करते देखा जा सकता है जबकि पुलिस उसे भीड़ से बचाने और दूर ले जाने की कोशिश करती है।
वीडियो को एक कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, "जनता को भी अब पता चल गया है भाजपा नेताओं के चाल चरित्र और चेहरा की, गुस्साई जनता ने बीजेपी सांसद हर्षवर्धन की कर दी जमकर धुनाई!"
केंद्र सरकार के हालिया कृषि बिल के ख़िलाफ़ पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में वीडियो शेयर किया जा रहा है।
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि घटना अक्टूबर 2016 की है और वायरल क्लिप में पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता सुब्रत मिश्रा हैं, जिन्हें टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से पीटा था।
एनडीटीवी की 19 अक्तूबर की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो जो आसनसोल से बीजेपी सांसद हैं, आसनसोल के बीएनआर मोरे इलाक़े में गए थे। वहां स्थानीय बीजेपी नेता सुब्रत मिश्रा की टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर पिटाई की थी, उसके बाद सुप्रियो के काफ़िले पर भी हमला किया था। इस दौरान दोनों दलों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई की इस वीडियो रिपोर्ट में उसी दृश्य को देखा जा सकता है और उसी आदमी को 14 सेकंड के टाइमस्टैम्प पर पीटा जा रहा है।
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19 अक्तूबर 2016 के एएनआई के ट्वीट में सुब्रत मिश्रा को देखा जा सकता है।
नोट बंदी के बाद नवंबर 2016 में उसी क्लिप को वायरल किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि दिल्ली के एक बैंक के बाहर गुस्साई भीड़ ने भाजपा सांसद डॉ. हर्षवर्धन की पिटाई की थी।
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट करते हुए घटना को ख़ारिज किया था और इसे दुर्भावनापूर्ण व शरारती तत्वों का कृत्य करार दिया था।
बूम ने पहले भी नेताओं की पिटाई के फ़र्जी वीडियो का फ़ैक्ट चेक कर चुका है।
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