जेएनयू हिंसा: सेक्स टॉयज़, कंडोम की असंबंधित तस्वीरें हो रही हैं वायरल
बूम ने पाया कि सेक्स टॉयज़ और कंडोम की तस्वीरें पुरानी हैं और विश्वविद्यालय परिसर में रविवार को हुई हिंसा से संबंधित नहीं हैं।
सोशल मीडिया पर सेक्स टॉयज़ और कंडोम की दो असंबंधित तस्वीरें झूठे दावे के साथ वायरल हो रहीं है। तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि ये जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के गर्ल्स हॉस्टल में मिली है। बीते रविवार शाम अज्ञात हमलावरों द्वारा छात्रों और जेएनयू के कुछ शिक्षकों पर हुए हमले के बाद ये तस्वीरें वायरल हुई हैं।
तस्वीरों को एक व्यंग्यात्मक कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, जिसमें लिखा है,"#JNU में हुई #तोड़फोड़ के बाद #गर्ल्स हॉस्टल में #बिखरा हुआ #सामान #धन्य हैं यहां की स्टूडेंट। बहुत दुख हुआ इन लोगों की बुक्स देखकर सब फट गई है।"
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5 जनवरी, 2019 की शाम को अज्ञात हमलावरों द्वारा छात्रों पर किए गए हिंसक हमले के बाद की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। चौंकाने वाली तस्वीरें और वीडियो में हमलावरों को लाठी, लोहे की छड़ और हथौड़ों से लैस दिखाया गया है और अपनी पहचान छिपाने के लिए उन्होंने अपने चेहरे को ढंक रखा था। घटना के बारे में ज्यादा जानने के लिए, यहां और यहां पढ़ें।
सोशल मीडिया पोस्ट को नीचे देखा जा सकता है और अर्काइव वर्शन तक यहां और यहां पहुंचा जा सकता है।
#JNU में हुई #तोड़फोड़ के बाद #गर्ल्स हॉस्टल में #बिखरा हुआ #सामान #धन्य हैं यहां की स्टूडेंट।
— Lucky Chaudhary (@lucky_deshwal) January 6, 2020
बहुत दुख हुआ इन लोगों की बुक्स देखकर सब फट गई है। pic.twitter.com/UNhuGjuVoM
#JNU में हुई #तोड़फोड़ के बाद #गर्ल्स हॉस्टल में #बिखरा हुआ #सामान #धन्य हैं यहां की स्टूडेंट।
— Lucky Chaudhary (@lucky_deshwal) January 6, 2020
बहुत दुख हुआ इन लोगों की बुक्स देखकर सब फट गई है। pic.twitter.com/fcBj3Nh4IG
फ़ैक्ट चेक
बूम ने शेयर की गई तस्वीरों के लिए एक रिवर्स इमेज सर्च चलाया। हमने पाया कि बिखरे हुए कंडोम और डिल्डो दिखाने वाली दो तस्वीरें पुरानी हैं।
पहली तस्वीर
फरवरी, 2018 को इमेज शेयरिंग प्लेटफॉर्म Imgur.com पर अपलोड की गई थी। तस्वीर के विवरण में कहा गया है, "मैंने कब्जा किए गए घरों का निरीक्षण किया और यह एक ऐसा कमरा है जिसे मैंने हाल ही में देखा था।" जबकि बूम को तस्वीर के लिए कोई अन्य विश्वसनीय स्रोत नहीं मिला है, लिंक से पता चलता है कि तस्वीर पुरानी है और रविवार के हमले से संबंधित नहीं है।यह भी पढ़ें: तोड़फोड़ का ये वीडियो बांग्लादेश का है, कोलकाता से नहीं
दूसरी तस्वीर
यह तस्वीर रेडिट पर प्रकाशित एक चार साल पुराने लेख के साथ सन्निहित पाई गई। यह तस्वीर भी imgur.com से ली गई थी। Reed_Himself यूज़रनेम वाले एक रेडिट यूज़र ने प्लेटफॉर्म पर एक छोटी सी कहानी के साथ तस्वीर को जोड़ा था।
तीसरी तस्वीर
एक इमारत के प्रवेश द्वार के कांच के दरवाजों पर बिखरे हुए कांच को दिखाने वाली तीसरी तस्वीर जेएनयू की है और रविवार के हमले से संबंधित है।
फोटो को फाइनेंशियल एक्सप्रेस, हफिंगटन पोस्ट और द स्टेट्समैन द्वारा प्रकाशित किया गया था। हफपोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है, "जेएनयू के साबरमती छात्रावास के टूटे हुए कांच के दरवाजे का एक दृश्य।" इसमें कोई आपत्तिजनक चीजें नहीं हैं |