कोरोनावायरस: चीनी पुलिस की मॉक ड्रिल ग़लत दावे के साथ वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो हेनान प्रांत में चीनी स्वाट टीम द्वारा की गई एक मॉक ड्रिल का है।
कोरोनोवायरस महामारी के दौरान जागरूकता पैदा करने के लिए पुलिस के साथ चीनी सुरक्षा अधिकारियों द्वारा किए गए एक मॉक ड्रिल के वीडियो को सच्ची घटना बताते हुए ग़लत दावे के साथ फैलाया जा रहा है।
वायरल वीडियो में, हज़मत सूट पहने 'स्वाट' टीम को देखा जा सकता है| वह एक व्यक्ति को जबरदस्ती रोक रहे हैं। टीम ने इस व्यक्ति के कार को रोका था लेकिन उसने अधिकारियों के साथ सहयोग करने से मना कर दिया था। पुलिस वैन द्वारा रोके जाने पर वह व्यक्ति भागने लगा और आगे चल कर कुछ आदमियों ने उसे घेर लिया। इनके पास रायट शील्ड हैं और यूनिफॉर्म पर स्वाट लिखा है। कार से बाहर निकलते ही उस पर जाल फेंका गया और अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया।
यह भी पढ़ें: आंध्रप्रदेश: शख़्स ने कोरोनावायरस से पीड़ित होने की ग़लतफहमी में ली खुद की जान
OMG: China needs #coronavirus SWAT (special weapons and tactics) police team to arrest this drop dead virus victims. https://t.co/A5OTtK8J3W
— Solomon Yue (@SolomonYue) February 23, 2020
अर्काइव देखने के लिए यहां देखें।
Chinese SWAT catch a coronavirus infected person pic.twitter.com/0SiJCTJyGe
— 𝓛𝓸𝓰𝓰 (@logg_) February 23, 2020
अर्काइव देखने के लिए यहां देखें।
Check your forehead temperature before going outside because now there can only be one reason for that apparently! https://t.co/JZtt8VXrnT
— Agent 86 🐨 (@ianspencer) February 24, 2020
अर्काइव के लिए यहां देखें।
यह भी पढ़ें: क्या वीडियो में चीनी पुलिसकर्मी कोरोनावायरस के मरीज़ों को मार रहे हैं? फ़ैक्ट चेक
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वीडियो हेनान प्रांत के एक आधिकारिक चेकपॉइंट पर चीनी अधिकारियों द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल का है। यह मॉक ड्रिल कोरोनावायरस महामारी के दौरान पुलिस के साथ सहयोग करने और जागरूकता पैदा करने के लिए किया गया था।
वायरल वीडियो के लंबे वर्शन को देखने पर, 1.52 मिनट के टाइमस्टैम्प पर, '反恐 एक्सरसाइज' लिखा हुआ देखा जा सकता है, जिसका हिंदी अनुवाद, "आतंकवाद-विरोधी अभ्यास ' है।
यह भी पढ़ें: गांजे में है कोरोनावायरस का इलाज ? जी नहीं, इस मीम को गलत दावों के साथ वायरल किया गया है
हमनें वायरल कैप्शन का इस्तेमाल करते हुए एक गूगल खोज की और सोशल मीडिया इंटेलिजेंस एजेंसी, स्टोरीफुल के एक लेख तक पहुंचे। लेख में बताया गया है कि वीडियो चीन के हेनान प्रांत में एक आधिकारिक चेकपॉइंट पर घटना का है| यह टोंगबाई काउंटी म्युनिसिपल सेक्युरिटी ब्यूरो द्वारा वीबो और टिकटॉक पर पोस्ट किया गया था।
मॉक-ड्रिल 21 फरवरी, 2020 को आयोजित किया गया था, जिसमें यह दिखाने की कोशिश की गई थी कि चेकपॉइंट पर सहयोग ना करने से कैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें: वुहान निवासियों ने शोक में बजाई सीटियां; फ़र्ज़ी दावों के साथ वीडियो वायरल
लेख में आगे कहा गया है कि एक बिंदु पर वायरल वीडियो में एक अधिकारी कहता है, "कृपया हमारी परीक्षा में सहयोग करने के लिए वाहन से बाहर निकलें," जिसके बाद उसे पकड़ लिया जाता है।
बूम को एक वीबो पोस्ट भी मिला जिसमें टोंगबाई सेक्युरिटी ब्यूरो द्वारा जारी किए गए वीडियो के साथ लिखा था, "महामारी से बचाव के लिए, तोंगयांग पुलिस ने सशस्त्र अभ्यास किया था।"
वीडियो में दिखाए गए असहयोग करने वाले कोरोनावायरस के रोगियों से निपटने के तरीकों पर पत्रकारों ने चिंता दिखाई है। वाशिंगटन पोस्ट के ब्यूरो प्रमुख, अन्ना फिफ़िल्ड, बीजिंग ने एक ट्वीट किया जिसमें लिखा था, "केवल चीन में: मेडिकल स्वाट टीमों ने रायट शील्ड और डॉग-कैचर नेट के साथ कोरोनावायरस लक्षणों वाले व्यक्ति को पकड़ने के लिए अभ्यास किया।"
Only in China: Medical SWAT teams with riot shields and dog-catcher nets practicing to catch a person with coronavirus symptoms. H/T @niubi https://t.co/a9m7MjVSkM
— Anna Fifield (@annafifield) February 22, 2020
बूम को वुहान सहित अधिक संख्या में रिपोर्ट किए गए मामलों के कई क्षेत्रों की कई न्यूज़ रिपोर्ट मिली जहां नोवेल कोरोनावायरस के प्रसार को नियंत्रित करने और लोगों की जांच करने के लिए टोल फाटकों को मेकशिफ्ट चौकियों में परिवर्तित कर दिया गया था।