शाहीन बाग़ पर वायरल शार्ली एब्डो का यह कार्टून फ़र्ज़ी है
बूम ने पाया कि वास्तविक कार्टून 2014 का है जिसपर 'शाहीन बाग़' शब्द अलग से जोड़ा गया है |
![शाहीन बाग़ पर वायरल शार्ली एब्डो का यह कार्टून फ़र्ज़ी है शाहीन बाग़ पर वायरल शार्ली एब्डो का यह कार्टून फ़र्ज़ी है](https://hindi.boomlive.in/h-upload/2020/11/02/933402-viral-charlie-hebdo-cartoon-on-shaheen-bagh-protestors-is-fake.webp)
फ़्रेंच साप्ताहिक व्यंग पत्रिका शार्ली एब्डो का छः साल पुराना एक कार्टून फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हो रहा है कि इस पत्रिका ने शाहीन बाग़ को निशाना बनाया है |
बूम ने वास्तविक कार्टून को खोजा | वास्तविक कार्टून अक्टूबर 2014 संस्करण में फ़्रेंच फ्रेज 'बोको हरम के सेक्स ग़ुलाम गुस्से में है' के साथ प्रकाशित हुआ था | इस वास्तविक स्पीच बबल में फ़्रेंच में लिखा है: "हमारे कल्याण को मत छुओ" जिससे हटा कर 'शाहीन बाग़' जोड़ा गया है |
(फ़्रेंच: टाइटल - Les esclaves sexuelles de Boko Haram en colère और स्पीच बबल - TOUCHEZ PAS À NOS ALLOCS!)
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पिछले साल 14 दिसंबर, 2019, को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के भारतीय संसद के दोनों सदनों में पारित होने के बाद दिल्ली के शाहीन बाग़ में महिलाओं द्वारा चौबीसों घंटे प्रदर्शन किया गया था | यही प्रदर्शन बाद में शाहीन बाग़ प्रदर्शन के नाम से जाना जाने लगा |
वायरल तस्वीर भारतीय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है | इसमें गर्भवती महिलाएं माथे पर स्कार्फ़ बांधे दिख रही हैं और गलत तरीके से 'शाहीन भाग' लिखा है |
कैप्शन में लिखा है: "भारत में तो किसी की हिम्मत नहीं हुई लेकिन चार्ली हेब्दो ने शाहीन बाग की ख़ातूनों का कार्टून छाप कर असलियत बयान कर दी।"
कुछ पोस्ट्स नीचे देखें |
कई नेटिज़ेंस ने यही फ़र्ज़ी दावा कि चार्ली हेब्डो ने शाहीन बाग़ की महिलाओं पर कार्टून बनाया है, वास्तविक तस्वीर साझा की |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च के साथ कीवर्ड्स सर्च किया और पाया कि तस्वीर वास्तविक तौर पर साप्ताहिक पत्रिका में अक्टूबर 2014 में प्रकाशित हुई थी |
जबकि हमें मैगज़ीन में प्रकाशित यह कार्टून नहीं मिला, हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिली जिसमें यह वास्तविक कार्टून प्रकाशित किया गया था | वॉक्स द्वारा 12 जनवरी, 2015, को प्रकाशित एक आर्टिकल में यही कार्टून था जो उस वक़्त फ़्रांस की जनकल्याण नीतियों के विश्लेषकों पर व्यंगात्मक टिप्पणी थी | विश्लेषक यह तर्क दे रहे थे कि फ़्रांस को अपना कल्याण कार्यक्रम बंद कर देना चाहिए क्योंकि अप्रवासी महिलाएं इसका शोषण कर रही हैं |
कार्टूनकारों ने नाइजीरियन आतंकवादी समूह बोको हरम के पीड़ितों को लेकर फ़्रेंच कल्याण विश्लेषकों की आलोचना की | वास्तविक कार्टून चार गर्भवती महिलाओं को दिखाता है जो चिल्ला रही हैं: "हमारे कल्याण के पैसों को मत छुओ"
(फ़्रेंच: TOUCHEZ PAS À NOS ALLOCS) कार्टून का टाइटल हिंदी में अनुवादित: "बोको हरम की सेक्स दासियाँ गुस्से में" (फ़्रेंच: Les esclaves sexuelles de Boko Haram en colère)
वायरल तस्वीर में शाहीन बाग़ को शाहीन भाग लिखा गया हैं और टेक्स्ट का रंग भी वास्तविक कार्टून से अलग हैं | इससे मालूम होता हैं कि तस्वीर एडिट की गयी है | शार्ली एब्डो धर्मों पर अपनी व्यंगात्मक टिप्पणियों के लिए जाना जाता है |