योगी आदित्यनाथ की एक बच्चे के साथ तस्वीर भ्रामक दावे के साथ वायरल
बूम ने अपनी पड़ताल में पाया कि फ़ोटो 2019 का है और गोरखपुर का है. दावे के मुताबिक़ इसकी काशी के कोई संबंध नहीं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर वायरल है जिसमें वो एक बच्चे के कंधे पर हाथ रखकर खड़े दिखाई पड़ रहे हैं. वायरल तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि वो काशी की है और मुख्यमंत्री योगी एक गरीब और अनाथ बच्चे की मदद कर रहे हैं.
इस तस्वीर को फ़ेसबुक पर हिंदू जागरण मंच नाम के एक पेज से शेयर किया गया और साथ में लिखा था 'काशी यात्रा में योगी ने एक बच्चे को रोते हुए देखा। वह बच्चे के पास गए और कारण पूछा। बच्चे ने कहा कि मेरे माता-पिता मर गए। मैं मामा के साथ रह रहा था, कल वह भी मर गए। योगी ने कहा "बेटा आज से मै तुम्हारा मामा" उन्होंने डीएम को आदेश दिया कि जब तक बड़े होकर उसे नौकरी नहीं मिलती, तब तक वे सीएम फंड से उसके भोजन और शिक्षा का ध्यान रखें।'
बॉलीवुड को इस्लाम के प्रचार का अड्डा बताकर शेयर की गई यह तस्वीर फ़ोटोशॉप्ड है
इस फ़ोटो को सोशल मीडिया पर बिल्कुल इसी दावे के साथ कई लोगों ने शेयर किया.
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फ़ैक्ट चेक
हमने इस तस्वीर की सत्यता जाँचने के लिये इसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें 27 अक्टूबर 2019 की Live Hindustan की एक रिपोर्ट मिली जिसमें यही तस्वीर इस्तेमाल की गयी है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में वनटाँगिया आदिवासी समुदाय के साथ दीपावली मनाने पहुँचे थे. बूम को अपनी पड़ताल में कई और मीडिया रिपोर्ट मिलीं जिनमें इस बात का ज़िक्र था कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ दीपावली मनाने पहुँचे थे.
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