हत्या का पुराना वीडियो सांप्रदायिक एंगल के साथ वायरल
बूम ने पाया वीडियो पुराना है और उसके साथ किया जा रहा दावा असत्य है.
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ व्यक्ति एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि जमीन पर गिरे हुए व्यक्ति के सिर पर एक व्यक्ति कुर्सी से वार करता है और दो अन्य व्यक्ति उस पर लगातार चाकू से हमला करते रहते हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यूपी के गाज़ियाबाद जिले के डासना में मुसलमानों ने एक हिंदू लड़के की हत्या कर दी है.
बूम ने पाया है कि वीडियो 2021 का है और उसके साथ किया जा रहा दावा असत्य है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र Gaurav Hindu ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा है,'यूपी के गाज़ियाबाद जिले के डासना शहर में मुसलमानों ने एक हिंदू लड़के की हत्या कर दी है।
हिन्दुओं तुम भाईचारा निभाते रहो'
ट्विटर पर एक यूज़र Ravindranath ने यही विडियो पोस्ट की है और कैप्शन में फ़ैक्ट चेक के लिए आह्वान करते हुए लिखा है जिसका हिन्दी अनुवाद है,'कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम पुरुषों ने डासना, गाजियाबाद, यूपी में दिनदहाड़े एक व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर दी'
इस वीडियो को ट्विटर पर अनेक यूज़रों ने समान कैप्शन के साथ ट्वीट किया है जिसे देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने ख़बर से संबंधित कीवर्ड के साथ इंटरनेट पर सर्च किया तो टाइम्स ऑफ इंडिया की एक वीडियो स्टोरी सामने आयी. जिसके विजुअल्स वायरल वीडियो से मिल रहे थे. उस ख़बर के अनुसार घटना पिछले साल 30 दिसम्बर की पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी इलाके की है. यह कोई सांप्रदायिक मामला नहीं है अपितु आपसी रंजिश का मामला था.
आगे खोजने पर गाज़ियाबाद पुलिस का एक ट्वीट मिला, जिसके अनुसार इस वायरल वीडियो में घटित हुई घटना का गाज़ियाबाद से कोई संबंध नहीं है.
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इसके बाद हमें दैनिक भास्कर की इस घटना से संबंधित खबर मिली. जिसके अनुसार आरोपियों के नाम जुबेर, जफर और आदित्य हैं और जिसकी हत्या की गई है उसका नाम शाहरुख है. हत्या का कारण कथित तौर पर आरोपियों में से एक की विवाहित बहन के साथ अवैध संबंध बताया गया है.इसके अतिरिक्त फ़ेसबुक पर इस घटना को लेकर पुलिस के स्पष्टीकरण का वीडियो भी मिला.
इससे स्पष्ट होता है कि घटना पिछले साल की है और इसके साथ किए जा रहे दावे असत्य हैं.