स्मृति ईरानी के विरोध प्रदर्शन का पुराना वीडियो भ्रामक दावे से वायरल
वायरल वीडियो वाराणसी का है जिसमें स्मृति ईरानी के क़ाफ़िले को रोक कर प्रदर्शनकारी उनसे सवाल जवाब कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें प्रदर्शनकारी भाजपा नेता स्मृति ईरानी के क़ाफ़िले को रोककर नारेबाज़ी कर रहे हैं. वीडियो को गलत सन्दर्भ में शेयर करते हुए ऐसा दावा किया जा रहा है जिससे प्रतीत हो कि ये विरोध प्रदर्शन हाल फ़िलहाल का है.
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एक यूज़र ने इसे फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए कैप्शन लिखा 'वाराणसी में स्मृति ईरानी का भयंकर विरोध हुआ लेकिन गोदी मीडिया ने किसी भी चैनल पे नहीं दिखाया'
ट्विटर पर कांग्रेस से जुड़े मनोज मेहता ने भी इस वीडियो को शेयर कर लिखा 'केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का वाराणसी में भव्य स्वागत, मंत्रियों को Z प्लस से भी कड़ी सुरक्षा चाहिये'
फ़ैक्ट-चेक
बूम ने वायरल वीडियो और उसके साथ किये जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिये इससे जुड़े कुछ कीवर्ड्स सर्च किये. हमने पाया कि ये वीडियो लगभग साल भर पुराना है. लेकिन इस वीडियो को भ्रामक दावे के साथ हाल फ़िलहाल का बताकर शेयर किया जा रहा है.
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Dainik jagaran की एक खबर के मुताबिक़ 3 अक्टूबर 2020 को भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी वाराणसी गई थीं. वहाँ उनके क़ाफ़िले को रोककर यूथ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन और नारेबाज़ी की थी. प्रदर्शन की वजह उस समय उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित लड़की के साथ हुए जघन्य रेप की घटना थी. इस मामले में कई लोगों की गिरफ़्तारी भी हुई थी.
Navbharat times ने अपनी 3 अक्टूबर 2020 की एक रिपोर्ट में बिल्कुल इसी वीडियो का प्रयोग किया गया है. इसमें यूथ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करते नज़र आ रहे हैं.
कुल मिलाकर एक साल पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ हाल फ़िलहाल का बताकर शेयर किया जा रहा है.