मुंगेर हिंसा की तस्वीर फ़र्ज़ी तरीके से रिंकू शर्मा मर्डर मामले से जोड़कर की वायरल
दुःख में तड़पती अनुराग पोद्दार की माँ की तस्वीर रिंकू शर्मा मामले से जोड़ी जा रही है.
एक मृतक को अपनी गोद में लेकर रोती हुई एक महिला की हृदयविदारक तस्वीर, फ़र्ज़ी तरीके से रिंकू शर्मा हत्याकांड से जोड़ी जा रही है. ऐसे हैशटैग्स का इस्तेमाल कर फ़ोटो साझा की गयी है कि यह रिंकू शर्मा का शव है जो उनकी माँ ने अपनी गोद में रखा है. यह दावे गलत हैं.
बूम ने पाया कि तस्वीर दरअसल अक्टूबर 26 2020 को मुंगेर, बिहार में हुई एक घटना की है. बिहार के मुंगेर में 26 और 27 अक्टूबर के बीच की रात में पुलिस और 'बड़ी माँ दुर्गा' मूर्ति का विसर्जन करने जा रहे श्रद्धालुओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस झड़प में पुलिस ने गोली चलाई थी और 18 वर्षीय अनुराग पोद्दार की मृत्यु हो गयी थी. वायरल तस्वीर में उनकी माँ पूनम देवी ने उनका शव अपनी गोद में रखा हुआ है.
हाल ही में 10 फ़रवरी को - जो वायरल तस्वीर से असंबंधित घटना है - दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में 25 वर्षीय रिंकू शर्मा की इलाके के कुछ मुस्लिम युवकों ने चाकू घोपकर हत्या कर दी. दिल्ली पुलिस ने पांच आरोपियों - इस्लाम, ताजुद्दीन, नसरुद्दीन, महताब और ज़ाहिद - को अब तक गिरफ़्तार किया है.
अरविंद केजरीवाल के साथ 'आप' सदस्या की तस्वीर निकिता जैकब के रूप में वायरल
बिहार और दिल्ली के ये दोनों मामले असंबंधित हैं. हालांकि नेटिज़ेंस इस तस्वीर को दिल्ली हत्याकांड से जोड़ रहे हैं. तस्वीर के साथ अंग्रेजी में कैप्शन लिखा है जिसका अनुवाद है: "एक माँ के आंसू... देश की आत्मा पर क़र्ज़ है. #RinkuSharma #JusticeForRinkuSharma #Justice4RamBhaktRinku #JusticeForRinku."
(अंग्रेजी में: "Tears of a Mother...The Debt on the Soul of Nation. #RinkuSharma Folded hands #JusticeForRinkuSharma #Justice4RamBhaktRinku #JusticeForRinku"
कुछ पोस्ट्स नीचे देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स रिंकू शर्मा की माँ की वास्तविक तस्वीर को पूनम देवी की तस्वीर के साथ शेयर कर रहे हैं. यहां देखें.
किसान आंदोलन: कीलों के जवाब में बिना टायर के ट्रैक्टर? वायरल तस्वीरें असंबंधित हैं
फ़ैक्ट चेक
बूम ने यह पता किया कि वायरल तस्वीर रिंकू शर्मा हत्याकांड से सम्बंधित नहीं है. जिस घटना की तस्वीर अब वायरल हो रही है वो बिहार के मुंगेर में 26 अक्टूबर 2020 को हुई थी.
हमनें रिवर्स इमेज सर्च किया और कई ट्विटर पोस्ट्स पाए जो अक्टूबर 2020 के आखिरी हफ़्ते में किये गए थे. यहां और यहां देखें. इनमें अब वायरल हो रही तस्वीर पोस्ट की गयी थी.
इसके बाद हमनें कीवर्ड्स खोज की पर कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें अब वायरल हो रही तस्वीर प्रकाशित हो. हालाँकि, 29 अक्टूबर 2020 को इंडिया टुडे द्वारा प्रकाशित एक फ़ैक्ट चेक मिला. इसमें वही तस्वीर प्रकाशित की गयी थी जो अब वायरल है.
अनुराग पोद्दार की माँ पूनम देवी की एक अन्य तस्वीर जागरण वेबसाइट पर प्रकाशित हुई थी. इसमें वे वही साड़ी पहने हुए हैं जो वायरल तस्वीर में दिखाई देती है.
क्या हुआ था मुंगेर में?
पिछले साल 26 और 27 अक्टूबर की रात दुर्गा माँ मूर्ति विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं और पुलिस के बीच झड़प हुई. यह हिंसात्मक हो गयी. इस हिंसक झड़प में एक मौत हुई और 27 लोग घायल हुए. इन घायलों में 20 पुलिसकर्मी थे. चश्मदीदों का कहना था कि गोली पुलिस ने चलाई परन्तु पुलिस ने दावा किया कि गोली श्रद्धालुओं में किसी ने चलाई थी.