कांग्रेस को वोट ना देने की अपील वाला पुराना वीडियो करौली हिंसा से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल हो रहा वीडियो पुराना है.
बीते 2 अप्रैल को राजस्थान के करौली में नवसंवत्सर (New Year) के मौके पर आयोजित बाइक रैली के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा हुई. इसमें कई लोग घायल हुए साथ ही जान माल का भी भयंकर नुकसान हुआ. इस हिंसा को लेकर राजस्थान के दोनों प्रमुख दलों कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे के ऊपर जमकर ज़ुबानी हमले बोले.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है जिसे शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि करौली हिंसा के बाद राजस्थान के कई लोगों ने कांग्रेस को वोट नहीं देने का संकल्प लिया है.
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वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कई लोग शपथ लेते हुए यह कह रहे हैं कि हम पूरे राजस्थान में कांग्रेस को वोट नहीं देंगे, आज बहिष्कार करने की घोषणा करते हैं और घर घर जाकर कांग्रेस को वोट नहीं देने की अपील करेंगे.
वसनाराम देवासी नाम के फ़ेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है 'रामनवमी करौली कांड राजस्थान से हम, संकल्प लेते है की कांग्रेस को वोट नहीं देंगे, !!कांग्रेस भगाओ देश बसाओ!! जय श्री राम'.
संघर्ष सत्य के लिए नाम के न्यूज पोर्टल ने भी इस वीडियो को शेयर किया है और लिखा है 'रामनवमी पर करौली कांड राजस्थान से उठी आवाज़, हिन्दुओं नें लिया संकल्प कांग्रेस को वोट नहीं देंगे'.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले उसके कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें कई ट्विटर अकाउंट पर यह वीडियो मिला जिसे साल 2021 में अपलोड किया गया था. साथ ही जब हमने इस वीडियो को फ़ेसबुक पर ढूंढा तो हमें यह वीडियो हक़ नाम के एक पेज पर मिला. वीडियो इस दावे के साथ वायरल था '#BreakingNews : उर्दू को लेकर पूरे राजस्थान में कांग्रेस सरकार को वोट न देने की अपील और बहिष्कार करने की शपत ली गई' और इसे 2020 में अपलोड किया गया था.
हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो पाया कि एक जगह पोस्टर में राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ लिखा हुआ है. इसके बाद हमने इस संस्था को फ़ेसबुक और ट्विटर पर ढूंढना शुरू किया तो हमें पता चला कि उपेन यादव नाम के एक शख्स इस संगठन में प्रमुख भूमिका में हैं.
हमने जब उपेन यादव से संपर्क किया तो उनके कार्यालय ने बताया कि यह वीडियो 17 नवंबर 2020 को राजस्थान के सीकर में आयोजित प्रदर्शन का है. साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार बेरोजगारों की मांगें नहीं मानती हैं, इसलिए हमने यह प्रदर्शन आयोजित किया था.
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