हल्दीराम कंपनी के नमकीन 'मिक्सचर' में मांस मिले होने का दावा फ़र्ज़ी है
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो और फ़ेसबुक पर किये गए पोस्ट में कोई संबंध नहीं है.
पिछले दिनों सुदर्शन न्यूज़ (Sudarshan News) चैनल की एक रिपोर्टर का एक वीडियो ख़ूब वायरल हुआ जिसमें रिपोर्टर ने स्नैक्स बनाने वाली प्रसिद्ध कंपनी हल्दीराम (Haldiram) के एक आउटलेट में जाकर वहां के मैनेजर से फ़लाहारी मिक्सचर के ऊपर अरबी भाषा लिखे जाने को लेकर बहस किया. कईयों ने इस व्यवहार को लेकर सुदर्शन न्यूज़ की आलोचना की तो कई ने हल्दीराम पर भी सवाल उठाए.
इसी बीच सोशल मीडिया पर यह वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि हल्दीराम कंपनी पर सुदर्शन न्यूज़ ने छापा मारा और इस दौरान वहां मांस मिलाते हुए भी पकड़ा.
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थम्बनेल और कैप्शन में लिखे गए इस तरह के दावे के साथ सुदर्शन न्यूज़ की रिपोर्टर वाले इस वीडियो को ख़ूब शेयर किया गया है.
विकास ऑफिशियल नाम के फ़ेसबुक प्रोफाइल ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है 'हल्दीराम ने मल्हारी मिक्सर में मिलाया, हल्दीराम की कंपनी में रंगे हाथ पकड़े गए मांस मिलाते प्रसाद में'.
वहीं पॉवर ऑफ़ मीडिया नाम के पेज से भी इस वीडियो को शेयर किया गया और लिखा गया 'हल्दीराम की कंपनी में रंगे हाथ पकड़े गए मांस मिलाते प्रसाद में मारा छापा'.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे की पड़ताल के लिए सुदर्शन न्यूज़ चैनल के यूट्यूब पेज पर उस वीडियो को खोजा तो हमें वह वीडियो मिला जिसमें रिपोर्टर ने हल्दीराम के आउटलेट के अंदर जाकर फलाहारी नमकीन पर अरबी भाषा लिखे जाने को लेकर सवाल किया था.
हमने वीडियो को ध्यान से देखा तो पाया कि वीडियो में कहीं भी हल्दीराम के किसी भी पैकेट में किसी तरह का मांस मिलाते हुए का कोई भी दृश्य नहीं है. न ही रिपोर्टर ने हल्दीराम के आउटलेट में छापा और रेड जैसा कुछ किया है.
बल्कि सुदर्शन न्यूज के 13 मिनट के वीडियो के अनुसार रिपोर्टर शिवानी ठाकुर हल्दीराम के एक आउटलेट में जाती है और वहां से नवरात्रि नमकीन वाला पैकेट उठाती है. इसके बाद रिपोर्टर वहां मौजूद कर्मचारी से पूछने लगती है कि आपने इसपर उर्दू में क्यों लिखा है. इसपर कर्मचारी रिपोर्टर को स्टोर के सीनियर अधिकारी के पास जाने के लिए कहती हैं.
बाद में रिपोर्टर सीनियर अधिकारी से उर्दू लिखने को लेकर सवाल पूछने लगती हैं. रिपोर्टर स्टोर अधिकारी से पूछती है कि आप ऐसा क्या छिपाना चाहती हैं? इसके बाद बार बार एक ही तरह के सवालों से नाराज़ होकर स्टोर की सीनियर अधिकारी कहती हैं कि पैकेट पर कई भाषाओं में लिखा हुआ है आपको जो भाषा समझ में आ रही है उसी को पढ़ें. "हमारे यहां कई लोग आते हैं जिनको हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू समझ आती है, इसलिए हमने लिखा है," स्टोर अधिकारी कहती हैं.
दरअसल सुदर्शन न्यूज़ चैनल की रिपोर्टर हल्दीराम के नमकीन पैकेट पर लिखे भाषा को उर्दू बता रही थीं, जबकि वह अरबी भाषा है. पैकेट के ऊपर नमकीन बनाने में प्रयोग किए गए खाद्य सामग्रियों को अरबी भाषा में लिखा गया है.
हमने गूगल लेंस की मदद से मिक्सचर के पैकेट के ऊपर लिखे हुए को गूगल ट्रांसलेट किया. तो हमें यह मिला कि फ़लाहारी मिक्सचर के पैकेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार यह हलके मसालों के साथ मूंगफली और आलू का मीठा मिश्रण है. इसको बनाने में मूंगफली और आलू के अलावा वनस्पति तेल, चीनी, सेंधा नमक, काली मिर्च पाउडर, सौंफ और करी पत्ता का इस्तेमाल किया गया है.
हमने वायरल दावे की जांच के लिए हल्दीराम के मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट से भी संपर्क किया तो उन्होंने इससे साफ़ इंकार किया. यूनिट की एक अधिकारी ने साफ़ कहा कि हमारे किसी भी उत्पाद में किसी भी तरह के मांसाहार पदार्थ का प्रयोग नहीं किया जाता है.