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फैक्ट चेक

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की तस्वीर के साथ भ्रामक दावा वायरल

राष्ट्रपति कोविंद की एक तस्वीर भ्रामक दावे के साथ वायरल है, जानिए सच क्या है.

By - Devesh Mishra |
Published -  29 Jun 2021 3:58 PM IST
  • राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की तस्वीर के साथ भ्रामक दावा वायरल

    राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 27 जून को अपने गृहक्षेत्र उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात स्थित परौंख पहुँचे. उनके स्वागत सत्कार के तगड़े इंतज़ाम किये गये थे. राष्ट्रपति ने जब हेलीकाप्टर से उतरकर अपने जन्मस्थली की ज़मीन पर पैर रखा तो उन्होंने सबसे पहले झुककर ज़मीन को छुआ. तस्वीर कई अखबारों में पूरी खबर के साथ छपी.

    हालांकि यही तस्वीर कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने एक फ़र्ज़ी दावे के साथ भी शेयर की है.

    फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने इसे शेयर किया और आरक्षण सहित तमाम मुद्दों पर इस फ़ोटो के हवाले से टिप्पणी की.

    वायरल पोस्ट के साथ लिखा कैप्शन कहता है 'एक बार जिलाधिकारी कार्यालय में कुछ काम कराना था , जिलाधिकारी महोदय दलित थे। एक परिचित मिले , पंडित जी को अपनी समस्या बताया तो बोले कि अरे चलो मेरे साथ मैं बोल देता हूँ। मैं उनके साथ जैसे ही जिलाधिकारी के आफिस में पहुँचा , दलित जिलाधिकारी उस पंडित जी के सामने लगभग दंडवत हो गये , 10 फिट दूर से पैर छूने के अंदाज में दिखे। पंडित जी उनके गाँव के ही थे। कहने का अर्थ यह है कि दलितों को आरक्षण नहीं सोच और स्वभाव बदलने की ज़रूरत है। आज महामहिम के इस चित्र को देखकर घटना याद आ गयी। गुलामी की मानसिकता जल्दी पीछा नहीं छोड़ती।'

    कवीन्द्र कुलकर्णी नाम के एक यूज़र ने इसे फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए फ़र्ज़ी दावा किया.


    (पोस्ट यहाँ देखें)

    दिल्ली जल संकट की पुरानी तस्वीर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल

    बिल्कुल यही फ़ोटो एक मराठी भाषी ट्विटर अकाउंट से शेयर हुई और लिखा गया 'गुलाम मानसिकता का प्रतीक'

    राष्ट्रपतीपदाची किंमत एका 'रबरस्टँम्प' पेक्षा जास्त नाही असे संविधानकारांनी म्हटले होते, ते केवळ याचसाठी..!

    थ्री पीस मधील सर्वोच्च पदावर असणाऱ्या व्यक्तीपासून आरक्षित जागेवर असलेले सरपंच हे नावापुरते पदावर आणि गुलामगिरीच्या मानसशास्त्राचे बळी आहेत.! pic.twitter.com/znMpuh7NI5

    — आंदोलनजीवी पुणेरी नजर..! (@OfficeOfPunekar) June 27, 2021

    फ़ैक्ट चेक

    राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इन दिनों अपने गृहनगर की यात्रा पर हैं. ये तस्वीर उसी यात्रा की है जब राष्ट्रपति अपने हेलीकाप्टर से उतर कर अपनी जन्मभूमि परौंख (कानपुर देहात) में कदम रखते हैं. राष्ट्रपति कोविंद के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ये तस्वीर पोस्ट की गई और लिखा कि 'उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के परौंख गांव के पास हेलीपैड पर उतरकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक दुर्लभ भावपूर्ण भाव में अपनी जन्मभूमि पर नतमस्तक होकर मिट्टी का स्पर्श किया.'

    In a rare emotional gesture, after landing at the helipad near his village, Paraunkh of Kanpur Dehat district of Uttar Pradesh, President Ram Nath Kovind bowed and touched the soil to pay obeisance to the land of his birth. pic.twitter.com/zx6OhUchSu

    — President of India (@rashtrapatibhvn) June 27, 2021

    राष्ट्रपति की इस तस्वीर को ANI सहित कई मीडिया संस्थानों ने चलाया और लिखा कि राष्ट्रपति ने अपने गाँव पहुँचकर सबसे पहले वहाँ की मिट्टी को नमन किया. राष्ट्रपति के स्वागत में पहुचें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल भी फ़ोटो में मौजूद दिख रहे हैं.

    In a rare emotional gesture, after landing at the helipad near his village, Paraunkh of Kanpur Dehat district of Uttar Pradesh, President Ram Nath Kovind bowed and touched the soil to pay obeisance to the land of his birth: Rashtrapati Bhavan pic.twitter.com/kgaU7Xv55w

    — ANI (@ANI) June 27, 2021

    मनीष सिसोदिया की एडिटेड वीडियो के साथ केजरीवाल से जुड़ा फ़र्ज़ी दावा वायरल

    राष्ट्रपति 27 जून को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुँचे जहां से एक स्पेशल ट्रेन के ज़रिये उन्होंने अपने पैतृक निवास तक का सफ़र किया. राष्ट्रपति ने वहाँ कई सभाओं को भी संबोधित किया. लोगों से वैक्सीन लगवाने और मास्क पहनने की अपील भी की. राष्ट्रपति कई बार अपने गाँव और बचपन के दिनों को याद कर भावुक हुए.


    Tags

    President of IndiaRamnath KovindUttar PradeshYogi AdityanathRashtrapati BhawanBoom Fact Check Hindi
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    Claim :   कहने का अर्थ यह है कि दलितों को आरक्षण नहीं सोच और स्वभाव बदलने की ज़रूरत है। आज महामहिम के इस चित्र को देखकर घटना याद आ गयी। गुलामी की मानसिकता जल्दी पीछा नहीं छोड़ती।
    Claimed By :  social media
    Fact Check :  Misleading
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